1- कोयले की कमी और बिजली संकट की खबरों के बीच केद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा है कि कोयले की दिक्कत नहीं है, हमारे पास एक औसत कोयला भंडार है जो 4 दिन से ज्यादा समय तक चल सकता है। ये स्टॉक हर दिन भर दिया जाता है। बता दें कि देश में कोयले के 135 पावर प्लांट हैं। इनमें अभी 2 से 4 दिन का स्टॉक है। केंद्र सरकार का कहना है कि हर रोज नया स्टॉक आ जाता है। उन्होंने ये भी कहा कि वे इस विषय को लेकर केंद्रीय कोयला और खान मंत्री प्रह्लाद जोशी के संपर्क में है। वहीं केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी ने भी लोगों को आश्वासन दिया है कि बिजली आपूर्ति बाधित होने का कोई खतरा नहीं है, बेवजह परेशान न हों। कोल इंडिया लिमिटेड के पास 24 दिन की कोयले की मांग के बराबर 43 मिलियन टन कोयले का पर्याप्त स्टॉक है। थर्मल पावर प्लांट्स में रोलिंग स्टॉक दैनिक आपूर्ति के साथ भरा जा रहा है। उन्होंने कहा कि मानसून की वापसी के साथ, आने वाले दिनों में कोयले की खेप बढ़ने की संभावना है, जिससे कोयले का स्टॉक बढ़ जाएगा। अपनी बात को दोहराते हुए उन्होंने फिर कहा कि, देश में कोयले का पर्याप्त भंडार है, किसी भी तरह के डर या किसी भी तरह के झांसे में न आएं। बता दें कि दिल्ली के बिजली मंत्रालय BSES और टाटा पावर के अधिकारियों ने बिजली प्लांट में कोयले की कमी को लेकर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह से मुलाकात की, जहां ऊर्जा मंत्री ने भरोसा दिलाया है कि दिल्ली को जरूरत के मुताबिक बिजली सप्लाई हो रही है और वो आगे भी जारी रहेगी।
2- केद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह और केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी की सांत्वना पर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने पलटवार किया है। एक तरफ जहां सरकार कोल क्राइसेस की खबरों को निराधार बता रही है तो वहीं दूसरी तरफ मनीष सिसोदिया ने इसे ऑक्सीजन की कमी वाली घटना जैसा बताया है। कोयले की कमी की खबरों के बीच दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि यदि कोयले की सप्लाई में कमी जारी रही तो दिल्ली में बिजली कटौती करनी पड़ सकती है। हालांकि केन्द्रीय मंत्री ने कोयले की कमी से इनकार किया है। वहीं कोयले की कमी को लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि इसी तरह केन्द्र सरकार ने देश में ऑक्सीजन की कमी से भी इनकार किया था। कल, रविवार को पावर क्राइसिस पर बोलते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि इस समस्या से देश अंधेरे में जा सकता है। पंजाब, यूपी, राजस्थान, दिल्ली की सरकारों ने केंद्र सरकार से मदद मांगी है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला। हम केंद्र सरकार से अपील करते हैं कि वो राज्यों के साथ और ज्यादा सहयोग के साथ काम करे। खबरें हैं कि चीन के बाद भारत में भी कोयले की कमी के चलते बिजली कटौती का संकट मंडराने लगा है। कहा जा रहा है कि देश के आधे से ज्यादा पावर प्लांट्स में कोयले का स्टॉक खत्म हो चला है, जिसकी वजह से आने वाले दिनों में देश के कई हिस्सों में बिजली कटौती की समस्या खड़ी हो सकती है। दिल्ली में भी ये समस्या गंभीर होती नजर आ रही है।
3- उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों को जीप और एसयूवी से कुचले जाने का मामला सियासी गलियारों में गर्माया हुआ है। जिसपर तमाम राजनेता अपनी अपनी प्रतिक्रिया और विरोध जाहिर कर रहे हैं। इसी बीच उत्तर प्रदेश में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने इस मामलें में बड़ा बयान देते हुए केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी और हिंसा के मुख्य आरोपी, मंत्री के बेटे पर निशाना साधते हुए कहा कि नेतागिरी का मतलब किसी को फॉर्च्यूनर से कुचलना नहीं है। कल, रविवार को अल्पसंख्यक मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति बैठक के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को कामकाज और व्यवहार को लेकर नसीहत दी कि, वोट आपके व्यवहार की वजह से ही आपको मिलेगा, मोहल्ले में जब कोई प्रशंसक आपकी प्रशंसा करता है तो मेरा सीना चौड़ा होता है। बिना नाम लिए अजय मिश्रा पर निशाना साधते हुए उन्होंने आगे कहा कि, ये नहीं होता कि जिस मोहल्ले में रहते हैं, लोग आपकी शक्ल नहीं देख पाएं। बता दें कि लखीमपुर हिंसा मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी हो चुकी है, लेकिन हिंसा के विरोध में सरकार पर हावी विपक्ष की तरफ से अब गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे की मांग उठ रही है।
4- कश्मीर में लगातार अल्पसंख्यों को आतंकियों द्वारा निशाना बनाए जाने की वजह से वहां दहशत का माहौल है। इसी बीच आम लोगों पर हो रहे हमलों को लेकर हरकत में आई सुरक्षा एजेंसियों ने ऐसे 700 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है जो आतंकवादियों के मददगार हैं। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार किए गए इन 570 लोगों के तार प्रतिबंधित धार्मिक और आतंकी समूहों से जुड़े हैं। वहीं रविवार रात जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सिविलियन की हत्या के मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है और कई आरोपियों की तलाश की जा रही है। बता दें कि कश्मीर घाटी में बढ़ रही आतंकी वारदातों और अल्पसंख्यकों की लगातार हो रही हत्याओं के चलते लोग यहा से पलायन कर रहे हैं। बीते एक हफ्ते में आतंकियों ने 7 लोगों की हत्या की है। जिसके बाद सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ ये ऑपरेशन चलाया है। हिरासत में लिए गए लोगों को आतंकियों का मददगार बताया जा रहा है। न्यूज एजेंसी AFP ने यह दावा किया है। पिछले एक हफ्ते में घाटी में आतंकियों ने कश्मीरी पंडित, हिन्दू और सिख समुदाय के लोगों के साथ स्थानीय नागरिकों को भी निशाना बनाया है। उन्होंने 7 लोगों की हत्या कर दी।
5- कोरोना महामारी के दौर में पोस्ट कोविड लक्षणों ने भी चिंताएं बढ़ाई हैं, ऐसे में एम्स ने वैक्सीन की अनिवार्यता को लेकर एक और खुलासा किया है, विशेषज्ञों के मुताबिक वैक्सीन की दो डोज कोरोना से सुरक्षा के साथ साथ पोस्ट कोविड लक्षणों की समस्याओं का अंत करने में भी सक्षम हैं। पोस्ट कोविड सिमटम्स को लेकर दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने जानकारी हासिल की है कि कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन की तरह ही पोस्ट कोविड लक्षणों से बचाव के लिए भी वैक्सीनेशन जरूरी है। कोरोना का शिकार हुए 1800 से ज्यादा मरीजों पर एक शोध में ये बात सामने आई है कि जो लोग कोरोना से रिकवर होने के बाद समय रहते वैक्सीन ले रहे हैं उनमें पोस्ट कोविड के लक्षण बहुत कम या बिल्कुल भी दिखाई नहीं दे रहे हैं, वैक्सीन की दो खुराक न सिर्फ संक्रमण से बल्कि, पोस्ट कोविड लक्षणों को आगे बढ़ने से भी रोकती हैं। वहीं संक्रमण से ठीक होने के बाद जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली है उनमें पोस्ट कोविड की आशंका दिखाई दे रही है। बता दें कि पोस्ट कोविड लक्षण इसलिए सिर दर्द बने हुए हैं क्योंकि इस साल जनवरी से अप्रैल के बीच भर्ती हुए कोरोना मरीजों में एक तिहाई मरीज अभी तक स्वस्थ नहीं हो सके हैं, संक्रमण उनके शरीर के हर हिस्से को प्रभावित कर रहा है, ऐसे में पोस्ट कोविड लक्षणों से बचाव के लिए ये शोध किया गया है।