आज शनिवार है, तारीख 09 अक्टूबर; आश्विन मास, शुक्ल पक्ष और तृतीया तिथि
1- 68 साल के लंबे वक्त के बाद एक बार फिर एयर इंडिया की घर वापसी हुई है, और इसे वैलकम किया है टाटा ग्रुप ने, जी हां घाटे में चल रही एयर इंडिया को टाटा ग्रुप ने 18 हजार करोड़ रुपये में खरीद लिया है। फाइनेंस मिनिस्ट्री के डिपार्टमेंट ऑफ इन्वेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट ने इसका ऐलान किया है कि एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस की कमान अब टाटा के हाथों में होगी। वहीं टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा ने ट्वीट किया, वैलकम बैक एयर इंडिया। उन्होंने एअर इंडिया की बिड में टाटा ग्रुप के विनर बनने को बड़ी खबर बताते हुए लिखा, कि एअर इंडिया को नए सिरे से खड़ा करने में बहुत मेहनत लगेगी, लेकिन इससे एविएशन इंडस्ट्री में टाटा ग्रुप को बड़े कारोबारी मौके भी मिलेंगे। साथ ही रतन टाटा ने कुछ उद्योगों को प्राइवेट सेक्टर के लिए खोलने की नीति के लिए सरकार की भी सराहना की। एयर इंडिया को अपने नाम करने वाले टाटा ग्रुप से अलग दूसरी सबसे बड़ी बोली इसके लिए स्पाइसजेट ने लगाई थी। एअर इंडिया के लिए दूसरी सबसे ऊंची बोली लगाने वाले कंसॉर्टियम के लीडर और स्पाइसजेट के चेयरमैन अजय सिंह ने डील के लिए टाटा ग्रुप और सरकार, दोनों को बधाई दी है। बता दें कि सरकार को इस डील में 2,700 करोड़ रुपए नकद मिलेगा।
2- सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम ने कल, शुक्रवार को पद से इस्तीफा दे दिया है। सुब्रमण्यम का कहना है कि वे अपना कार्यकाल पूरा कर चुके हैं इसलिए फिर से एकेडमिक फील्ड में वापसी करेंगे। सुब्रमण्यम ने इस बारे में ट्वीट किया, मैंने अपना 3 साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद शिक्षा जगत में वापस लौटने का फैसला लिया है। देश की सेवा करना मेरा सौभाग्य रहा और मुझे अद्भुत समर्थन और प्रोत्साहन मिला है। सुब्रमण्यम ने खुद को मिले अवसर के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को धन्यवाद दिया। केवी सुब्रमण्यम के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर उन्हें अपने आगे के सफर के लिए शुभकामनाएं दीं। पीएम ने ट्वीट किया, सुब्रमण्यम के साथ काम करना खुशी की बात रही, उनकी एकेडमिक प्रतिभा, प्रमुख आर्थिक और नीतिगत मामलों पर उनका अद्वितीय दृष्टिकोण और सुधारवादी उत्साह देखने लायक रहा। उन्हें आने वाले जीवन की अनंत शुभकामनाएं।
3- लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में मारे गए किसानों को मुआवजे की रकम और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी की घोषणा राज्य सरकार पहले ही कर चुकी है, साथ ही दोषियों को गिरफ्तार कर सजा का आश्वासन भी पीड़ित पक्ष को प्रशासन की तरफ से दिया गया है, लेकिन इस बीच सियासी हलचलें थमने का नाम नहीं ले रहीं। कल शुक्रवार से यहां पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू किसानों को न्याय दिलाने के लिए मौन अनशन पर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा का बेटा आशीष गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता, तब तक मैं मौन धारण कर भूख हड़ताल पर बैठा रहूंगा। लखीमपुर हिंसा में मारे गए किसानों के परिवारों से मुलाकात करने पहुंचे सिद्धू पहले मृतक किसान लवप्रीत के घर पर गए फिर हिंसा में मारे गए पत्रकार रमन कश्यप के घर निघासन पहुंचे और वहीं अनशन पर बैठ गए। सिद्धू ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सबूत हैं, गवाह हैं फिर भी मंत्री का बेटा होने के चलते आशीष मिश्रा को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा, पीड़ित परिवारों को पैसा नहीं इंसाफ चाहिए। हालांकि अभी मामले की जांच जारी है लेकिन यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अजय मिश्र के बेटे आशीष को क्लीन चिट दे दी है। उनका कहना है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्रा का इस हिंसा में शामिल होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं यदि मामले में कोई दोषी हुआ तो उसे बख्शा नहीं जाएगा, फिर चाहें वो बीजेपी का सांसद रहा हो या विधायक।
4- अफगानिस्तान में शुक्रवार का दिन खूनी साबित हुआ। यहां कुंदुज शहर के खानाबाद बंदार इलाके में शिया मस्जिद में जुम्मे की नमाज के दौरान आत्मघाती हमला हुआ। हालांकि इस ब्लास्ट में मरने वालों की संख्या की पुष्टि अभी नहीं हुई है लेकिन अलजजीरा के मुताबिक इसमें 10-20 नहीं करीब 100 लोगों की जान गई, जबकि 25 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। बताया जा रहा है कि जिस समय इस मस्जिद में ब्लास्ट हुआ, वहां 300 से ज्यादा लोग मौजूद थे, और कुंदुज के उप पुलिस प्रमुख मोहम्मद ओबैदा का कहना है कि मस्जिद में मौजूद ज्यादातर लोग मारे गए हैं। हालांकि इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली है, लेकिन अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद तालिबानी हुकूमत के दौर में ये अभी तक का सबसे बड़ा फिदायिनी हमला है, जिसका शक ISIS-K पर है, क्योंकि अफगानिस्तान में ISIS काफी समय से शिया मुसलमानों पर हमले करता आ रहा है।
5- ड्रग्स केस में गिरफ्तार हुए बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को जमानत नहीं मिल सकी है, और मां गौरी खान के जन्मदिन पर आर्यन की रात आर्थर रोड जेल में ही गुजारनी पड़ी। कल, उनकी याचिका पर किला कोर्ट ने कहा है कि उसे आर्यन की जमानत याचिका पर सुनवाई करने का अधिकार नहीं है, आर्जन को जमानत के लिए सेशंस कोर्ट में अपील करनी होगी। कल, शुक्रवार को किला कोर्ट में दिनभर चली सुनवाई के बाद आखिरकार शाम 5 बजे कोर्ट ने आर्यन की जमानत याचिका खारिज कर दी। आर्यन के साथ साथ इस केस में फंसे अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमेचा की जमानत याचिका भी खारिज कर दी गई। जिसके बाद आर्यन समेत सभी 6 पुरुष आरोपियों को एनबीसी ने आर्थर रोड जेल और दोनों फीमेल आरोपियों को भायखला जेल भेज दिया। बता दें कि गुरुवार को कोर्ट ने सभी 14 आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था, जिसके बाद आर्यन के वकील ने कोर्ट में उनकी जमानत याचिका दायर की थी।