आज रविवार है, तारीख 3 अक्टूबर 2021; आश्विन मास, कृष्ण पक्ष और द्वादशी तिथि।
1- एक मैग्जीन को दिए अपने इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वैक्सीनेशन और कृषि कानूनों पर अपनी बात कहते हुए विपक्ष पर तीखा हमला बोला। पीएम मोदी ने कृषि कानूनों को लेकर कहा जनता की भलाई के लिए कई बार कड़े फैसले लेने पड़ते हैं, ताकि उन्हें वह लाभ मिल सकें, जो दशकों पहले मिल जाने चाहिए थे, लेकिन जैसा कि देखा जा रहा है कि इन कृषि कानूनों का किसान संगठनों के साथ साथ राजनीतिक दल भी विरोध कर रहे हैं, जिसे पीएम मोदी ने विपक्ष की बौद्धिक बेईमानी और राजनीतिक छल करार दिया है। उन्होंने कहा, कृषि कानूनों का वादा दूसरी पार्टियों ने किया था, जिसे हमारी सरकार लेकर आई है, लेकिन अब वही दल इन कानूनों का विरोध कर रहे हैं जो पहले इसके समर्थन में थे, जो कि बहुत बड़ा यू-टर्न है। वैक्सीनेशन प्रोग्राम की सफलता पर पीएम ने इसका श्रेय जनता को देते हुए कहा कि आत्मनिर्भर होता भारत आत्मविश्वासी भी हो रहा है। उन्होंने वैक्सीन के विषय में कहा कि इसे लेकर हमने आलोचना का सामना किया, क्योंकि हम सकारात्मक आलोचना का सम्मान करते हैं, लेकिन सोचिए विश्व में बहुत से देशों में लोगों तक वैक्सीन नहीं पहुंची है ऐसे में यदि भारत में वैक्सीन नहीं बनती तो स्थिति कैसी होती, इसलिए वैक्सीनेशन में देश को मिली सफलता का श्रेय आत्मनिर्भर हुए भारत को जाता है।
2- लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने बिना किसी का नाम लिए अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा है कि उन्होंने ही उनके पिता को दिल्ली में बंधक बना रखा है। पटना में अपने संगठन छात्र जनशक्ति परिषद की कार्यशाला में बोलते हुए तेज प्रताप यादव ने कहा कि RJD के कुछ लोग राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का सपना देख रहे हैं, उन्हीं लोगों ने मेरे पिता को दिल्ली में बंधक बना के रखा हुआ है। तेज प्रताप ने कहा कि लालू प्रसाद यादव को जेल से रिहा हुए महीनों हो चुके हैं, लेकिन यही लोग उन्हें पटना नहीं आने दे रहे। अक्सर तेज प्रताप ये कहते नजर आते हैं कि तेजस्वी यादव उनके अर्जुन हैं, और वो उनके कृष्ण, लेकिन अब इस कृष्ण- अर्जुन की जोड़ी में मतभेद दिखाई देने लगा है और तेज प्रताप के बिना नाम लिए लगाए इन आरोपों से ये भी साफ हो गया है कि परिवार की लड़ाई पर राजनीति में नया मोड़ ले रही है।
3- भारत के आईटी नियमों और मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप की सेवा शर्तों का उल्लंघन करने वाले 20 लाख से भी ज्यादा यूजर्स के अकाउंट्स को अगस्त में वॉट्सऐप ने बंद किया है। स्पैम और अनचाहे मैसेजिस को रोकने के लिए वॉट्सऐप ने ये कदम उठाया है। वॉट्सऐप की मंथली कंप्लायंस रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आई है कि वॉट्सऐप ने भारत में 594 शिकायतों के आधार पर कार्रवाई करते हुए 16 जून से 31 जुलाई तक करीब 3 लाख अकाउंट्स को बंद किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, बिना अनुमति के ऑटोमैटेड या बल्क मैसेजेस भेजे जाने की वजह से 20 लाख 70 हजार अकाउंट पर बैन लगाया गया है। आपको बता दें कि दुनियाभर में दुरुपयोग के मामलों पर वॉट्सऐप हर महीने औसतन 80 लाख अकाउंट्स को बैन करता है। वॉट्सऐप के प्रवक्ता ने बताया कि प्लेटफॉर्म पर स्पैम और अनचाहे मैसेजेस को रोकने के लिए वॉट्सऐप अपनी कार्रवाई जारी रखेगा। वॉट्सऐप की ओर से मंथली कंप्लायंस रिपोर्ट इसलिए जारी की जा रही है क्योंकि भारत सरकार ने 26 मई को नए आईटी नियमों के तहत 50 लाख से अधिक यूजर वाले किसी भी डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए हर महीने कंप्लायंस रिपोर्ट पब्लिश करना अनिवार्य किया है। इस रिपोर्ट में प्लेटफॉर्म को शिकायत चैनल में मिली शिकायतों और उनके आधार पर हुई कार्रवाई की जानकारी देनी होगी।
4- दिल्ली के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है कि दिल्ली सरकार को राशन की डोर स्टेप डिलीवरी के लिए हाईकोर्ट से हरी झंड़ी मिल गई है, लेकिन वहीं एक और खबर है जो सुनकर शायद बहुत से ऐसे कार्ड धारकों को धक्का लगे, जिन्होंने तीन महीने से ज्यादा वक्त से राशन नहीं लिया, क्योंकि लगातार तीन महीने से राशन नहीं लेने वाले राशन कार्ड अब रद्द किए जाएंगे। बताया जा रहा है कि इसके लिए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग नवंबर से घर-घर सर्वे करेगा, अगर कार्ड धारक वाजिब कारणों से राशन लेने नहीं पहुंचा तो उसे नोटिस दिया जाएगा और वक्त पर राशन लेने की हिदायत दी जाएगी, लेकिन यदि राशनकार्ड धारक अपने पते पर नहीं मिला तो तो उसका राशन कार्ड रद्द कर दिया जाएगा। बता दें कि राशन कार्डधारकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए दिल्ली सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने इसके लिए घर-घर सर्वे का फैसला किया है। क्योंकि केंद्र सरकार से दिल्ली में राशन कार्डधारकों का कोटा 72.77 लाख निर्धारित कर रखा है, ऐसे में जब तक इस कोटे में जगह खाली नहीं होती राशनकार्ड नहीं बन सकते, इसलिए समस्या का ये हल निकाला गया है।
5- आज की तारीख टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के लिए काफी खास है क्योंकि गुरुवार, 30 सितंबर को पश्चिम बंगाल में कोलकाता की भवानीपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के वोटों की गिनती आज होगी, और यही गिनती ममता की सीएम की कुर्सी को सुरक्षित या साफ करेगी, क्योंकि अगर ममता ये चुनाव हारती हैं तो उन्हें मुख्यमंत्री पर छोड़ना होगा। बता दें कि इस सीट पर गुरुवार को 57 फीसदी मतदान हुआ है, और इन्हीं वोटों की गिनती ममता के पद का भविष्य तक करेगी। भवानीपुर शुरू से ही तृणमूल कांग्रेस का गढ़ रहा है. ममता बनर्जी का कालीघाट आवास इसी निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है, और ममता को भी यहां की जनता से पूरी आस है, बता दें कि नंदीग्राम सीट से विधानसभा चुनाव हारने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस सीट से चुनाव लड़ रही हैं। आज की काउंटिंग तय करेंगी कि ममता बनर्जी की कुर्सी रहेगी या विदाई हो जाएगी?