आज गुरुवार है, तारीख 30 सितंबर 2021; आश्विन मास, कृष्ण पक्ष और नवमी तिथि।
1- पंजाब के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कल बुधवार को गृहमंत्री अमितशाह से उनके आवास पर मुलाकात की। दोनों के बीच करीब 50 मिनट तक चली इस बातचीत में किसानों के मुद्दे पर चर्चा हुई। इस मीटिंग के बाद कैप्टन के मीडिया सलाहकार की ओर से कहा गया है कि मीटिंग में कैप्टन ने तीनों कानूनों को रद्द करने और एमएसपी की गारंटी के साथ संकट को तत्काल हल करने का आग्रह किया है। वैसे चर्चाओं का बाजार गर्म है कि राजनीति में नए विकल्पों की तलाश करने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम सकते हैं और भारतीय जनता पार्टी उन्हें राज्यसभा सांसद बनाकर कृषि मंत्री का कार्यभार दे सकती है। ऐसे कयास इसलिए लगाए जा रहे हैं क्योंकि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के करीबी आदित्य त्रिवेदी ने एक ट्वीट किया था जिसे बाद में डिलीट भी कर दिया गया। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा था अनुभव की कीमत क्या होती है ये कांग्रेस को कल पता चलेगी। हालांकि अभी इस बात को लेकर कोई खुलासा नहीं किया गया है कैप्टन बीजेपी में शामिल हो रहे हैं, लेकिन अटकलों का दौर जारी है। दूसरी तरफ पंजाब प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके सिद्धू भी अपने फैसले से पीछे हटते दिखाई नहीं दे रहे, ऐसे में कांग्रेस पार्टी के लिए मुश्किलों का दौर जारी है।
2- कल, बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस की मौजूदा स्थिति पर सवाल खड़े कर पूर्व केन्द्रीय मंत्री और दिग्गज कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल खुद मुश्किलों में आ गए। उन्हें आलाकमान के फैसलों पर उंगली उठाना इतना भारी पड़ा कि अपनों के विरोध का जमकर विरोध झेलना पड़ा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही बातों के बाद कपिल सिब्बल के घर के आगे दिल्ली कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया, इतना ही नहीं पार्टी नेताओं ने उनके राजनीतिक करियर पर भी सवाल खड़े किए। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सिब्बल ने पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान को लेकर पार्टी आलाकमान पर निशाना साधा। गांधी परिवार पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग इनके खासमखास थे वो छोड़कर चले गए, लेकिन जिन्हें वे खासमखास नहीं मानते वो आज भी इनके साथ खड़े हैं। साथ ही सिब्बल ने ये कहा, मैं भारी मन से आप लोगों से बात कर रहा हूं। मैं एक ऐसी पार्टी से जुड़ा हूं जिसकी ऐतिहासिक विरासत है और जिसने देश को आजादी दिलाई। मैं अपनी पार्टी को उस स्थिति में नहीं देख सकता जिस स्थिति में पार्टी आज है। नेताओं द्वारा पार्टी छोड़ने को लेकर सिब्बल ने कहा कि लोग क्यों जा रहे हैं ये सोचना होगा, शायद हमारी भी गलती है। इस समय हमारे यहां अध्यक्ष नहीं है। हम जानते भी हैं और नहीं भी जानते हैं कि फैसले कौन कर रहा है। कपिल सिब्बल की इन तमाम बातों के बाद ऐसा बवाल मचा कि दिल्ली कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनके विरोध में प्रदर्शन किया और उनके घर के बाहर ‘गेट वेल सून कपिल सिब्बल’ की तख्तियां दिखाईं। वहीं अजय माकन, छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और पूर्व कानून मंत्री अश्विनी कुमार जैसे नेताओं ने भी सिब्बल पर निशाना साधा।
3- पश्चिम बंगाल में आज सुबह सात बजे से तीन विधानसभा सीटों भवानीपुर, समसेरगंज और जंगीपुर में उपचुनाव के लिए वोटिंग शुरु हो चुकी है। इन तीनों सीटों में सबसे ज्यादा चर्चाओं में है भवानीपुर सीट क्योंकि यहां से चुनाव लड़ रही हैं टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी और क्योंकि कुर्सी सुरक्षित रखने के लिए उनका यहां से चुनावी समर जीतना जरूरी है, तो ये चुनाव अपने आप खास हो जाता है। बता दें कि भवानीपुर से बीजेपी ने ममता के खिलाफ एडवोकेट प्रियंका टिबरेवाल को मैदान में उतारा है और चुनाव से पहले इस सीट की जीत के लिए खासा दम भी लगाया है। प्रचार के आखिरी दिन बीजेपी के 80 से ज्यादा नेताओं ने भवानीपुर के एक-एक वॉर्ड में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है, वहीं दूसरी तरफ टीएमसी ने भी ये सीट पाने के लिए कड़ी मेहनत की है, अपनी ऐतिहासिक जीत हासिल करने के लिए यहां ममता ने खूब रैलियां की हैं और प्रचार के दौरान स्थानीय मुद्दों पर बात न करके ममता ने राष्ट्रीय मुद्दों पर जनता का ध्यान खींचा है। इस सीट पर जीत हासिल कर ममता, नेशनल लेवल पर खुद को मोदी के खिलाफ खड़ा करने की तैयारी में हैं। साथ ही यहां भारी मतों के अंतर से जीत हासिल कर ममता ये दिखाना चाहती हैं कि नंदीग्राम में उनकी हार मात्र एक साजिश थी, वो बंगाल के लोगों की पसंदीदा नेता है।
4- उत्तराखंड में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यहां भाजपा की तैयारियां शुरु हो चुकी हैं। चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खास तौर पर उत्तराखंड दौरे पर जाएंगे। सूत्रों की मानें तो चुनाव से पहले पीएम की केदारनाथ यात्रा की प्लानिंग चल रही है, साथ ही अपने दौरे के दौरान वे ऋषिकेश में कुछ इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट का उद्घाटन भी कर सकते हैं। विधानसभा चुनाव से पहले पीएम के उत्तराखंड दौरे को काफी अहम माना जा रहा है, जिसकी तैयारियों में पार्टी पूरी तन्मयता से जुट गई है। पीएम के 7 अक्टूबर को उत्तराखंड दौरे की खबरे आ रही हैं, जहां वे ऋषिकेश में कई प्रोजेक्ट्स के शुभारंभ के बाद केदारनाथ के लिए जाएगें। बीजेपी नेताओं का कहना है कि पीएम के उत्तराखंड विजिट से यहां चुनावी अभियान मजबूत होगा, पीएम की यहां मौजूदगी उत्तराखंड के लोगों का दिल जीतने में कामयाब होगी, और पार्टी कार्यकर्ताओं का हौसला भी बढ़ेगा। बता दें कि 2022 में उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं। ये चुनाव इसलिए खास हैं क्योंकि सत्ता में बीजेपी है, और बीते चुनाव में हर बार सरकार बदली है, ऐसे में पार्टी किसी भी कीमत पर यहां की सत्ता गंवाना नहीं चाहती, और कुर्सी बचाने के लिए दो बार सीएम बदल चुकी है।
5- बॉम्बे हाईकोर्ट ने अपने एक फैसले में पोक्सो के तहत अपराध के लिए स्किन-टू-स्किन टच को अनिवार्य बताया था लेकिन कल सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के इस फैसले को ये कहते हुए खारिज करने को कहा कि हाई कोर्ट का फैसला गलत नजीर बनेगा, और खतरनाक साबित होगा। 12 साल की बच्ची से संबंधित एक मामले की सुनवाई के दौरान बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा था कि नाबालिग के प्राइवेट पार्ट्स को बिना कपड़े हटाए छूना तब तक सेक्सुअल असॉल्ट नहीं माना जाएगा जब तक कि स्किन-से-स्किन का टच न हो। हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ अटॉर्नी जनरल ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई साथ ही राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अलग से अर्जी दाखिल की थी। जिसपर सुनवाई के दौरान अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में दलील दी कि पोक्सो एक्ट के तहत ऐसा प्रावधान नहीं हैं कि अपराध के लिए स्किन-टू-स्किन टच होना जरूरी है। उन्होंने पोक्सो एक्ट की धारा-7 व 8 का हवाला दिया और कहा कि उसके कंटेंट में स्किन-टू-स्किन टच अपराध के लिए जरूरी नहीं है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस की अगुवाई वाली बेंच ने हाई कोर्ट के आदेश पर रोक लगा दी और मामले की सुनवाई चल रही है।