आज शनिवार है, तारीख 18 सितंबर 2021; भादों मास, शुक्ल पक्ष और द्वादशी तिथि।
1- कल, 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 71वें जन्मदिन के मौके पर भारत ने वैक्सीनेशन का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। देश में कल एक दिन में अभी तक की सबसे ज्यादा ढाई करोड़ से ऊपर वैक्सीन लगाई गईं। CoWIN पोर्टल पर जारी आंकड़ों के मुताबिक, कल देर रात 12 बजे तक वैक्सीन की 2 करोड़ 50 लाख 10 हजार 390 डोज लगाई गई, जो कि विश्व में एक दिन में लगी सबसे ज्यादा वैक्सीन हैं, इस नए रिकॉर्ड के साथ भारत ने वैक्सीनेशन ड्राइव में चीन को भी पीछे छोड़ दिया है। चीन का एक दिन में 2.47 करोड़ डोज का रिकॉर्ड है। एक दिन में ढाई करोड़ से ज्यादा लोगों का टीका लगवाना वाकई पीएम मोदी के लिए जन्मदिन का खास तोहफा रहा, क्योंकि इतनी बड़ी संख्या में वैक्सीनेशन कई छोटे देशों की कुल आबादी से भी ऊपर है। रिकॉर्ड वैक्सीनेशन में सबसे आगे रहा कर्नाटक, जहां 26.9 लाख टीके लगाए गए, दूसरे नंबर पर रहा बिहार, जहां 26.6 लाख से ज्यादा लोगों ने वैक्सीन ली वहीं, 24.8 लाख से ज्यादा डोज लगाकर उत्तर प्रदेश तीसरे नंबर पर रहा। इसके अलावा मध्य प्रदेश में 23.7 लाख से ज्यादा और गुजरात में 20.4 लाख से ज्यादा लोगों ने कल वैक्सीन ली। पीएम मोदी ने इस रिकॉर्ड वैक्सीनेशन को लेकर ट्वीट पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए ट्वीट किया, Every Indian would be proud of today’s record vaccination numbers. I acknowledge our doctors, innovators, administrators, nurses, healthcare and all front-line workers who have toiled to make the vaccination drive a success. Let us keep boosting vaccination to defeat COVID-19. वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने टीकाकरण में वैश्विक कीर्तिमान का पोस्टर शेयर करते हुए ट्वीट किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के जन्मदिवस पर भारत ने आज इतिहास रच दिया है। 2.50 करोड़ से अधिक टीके लगा कर देश और विश्व के इतिहास में स्वर्णिम अध्याय लिखा है। आज का दिन हेल्थकर्मियों के नाम रहा।
2- GST यानि गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स काउंसिल को लेकर लखनऊ में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में हुई 45वीं बैठक में पेट्रोल-डीजल को GST के दायरे में लाने के विषय पर भी बात हुई, जिस पर देश के 6 राज्यों ने विरोध जाहिर किया। बैठक खत्म होने के बाद वित्त मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बैठक मे लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि केरल हाईकोर्ट के ऑर्डर पर बैठक के एजेंडे में ये मुद्दा आया, लेकिन कई राज्य पेट्रोलियम प्रॉडक्ट्स को GST के दायरे में नहीं लाना चाहते। काउंसिल ने माना कि ये पेट्रोलियम उत्पादों को GST में लाने का सही समय नहीं है। आपको बता दें कि अगर पेट्रोल और डीजल को GST के दायरे में आता तो पेट्रोल 28 रुपए और डीजल 25 रुपए तक सस्ता हो जाता। इसके अलावा GST काउंसिल की मीटिंग में शुक्रवार को लिए गए अहम फैसलों के बारे में बताते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि, कैंसर मेडिसिन पर GST 12% से घटाकर 5% की गई। रेमडेसिविर और हेपरिन पर 5% GST लगेगा। कोरोना की दवाइयों पर टैक्स छूट 31 दिसंबर तक बढ़ा दी गई। जोलगेन्स्मा और विल्टेप्सो जैसी महत्वपूर्ण ड्रग्स जो काफी महंगी हैं और बच्चों के इलाज में इस्तेमाल होती हैं उन्हें भी अब GST से छूट दी गई है। इसके अलावा लीज पर लेने के लिए विमानों के आयात पर IGST नहीं लगेगा। रेलवे पार्ट और लोकोमोटिव्स पर GST की दर 12% से बढ़ाकर 18% की गई है। बायोडीजल पर GST की दर 12% से घटाकर 5% कर दी गई है।
3- अगर आपने अभी तक अपने पैन कार्ड से आधार को लिंक नहीं किया है तो परेशान न हों क्योंकि केन्द्र सरकार द्वारा पैन-आधार लिंकिंग की समय सीमा छह महीनों के लिए बढ़ा दी है। इसकी आखिरी तारीख 30 सिंतबर थी जिसे अब 31 मार्च 2022 तक बढ़ाया गया है। इसके साथ ही आयकर कानून के तहत जुर्माना प्रक्रिया पूरी करने की समय सीमा भी इस वर्ष 30 सितंबर 2021 से बढ़ाकर अगले वर्ष 31 मार्च 2022 कर दी गई है। सरकार ने बेनामी संपत्तियों के लेनदेन पर सक्षम प्राधिकार द्वारा नोटिस जारी करने और आदेश पारित करने की समय सीमा अगले वर्ष मार्च तक बढ़ा दी। आपको बता दें कि पैन कार्ड से आधार को लिंक कराना क्यों जरूरी है, क्योंकि इस तारीख तक आधार-पैन लिंक न करने पर आपका पैन इनऑपरेटिव डिक्लेयर कर दिया जाएगा और इनऑपरेटिव पैन का इस्तेमाल करने पर आप पर 10 हजार रुपए जुर्माना लगाया जा सकता है। वहीं, पैन-आधार बैंक खाते से जुड़ा नहीं होने पर बैंक दोगुना टीडीएस काट सकता है। इस समस्या से बचने के लिए आपको 31 मार्च 2022 तक आधार-पैन लिंक करना होगा।
4- कोरोना की तीसरी लहर, दूसरी लहर जैसी घातक साबित न हो इसके लिए केन्द्र व राज्य सरकारें अपने अपने स्तर पर तमाम तरह की कोशिशे कर रही हैं, हालांकि अब दूसरी लहर का असर कुछ राज्यों में बरकरार है, लेकिन ऐसे में तीसरी लहर को लेकर भी चिंताएं बनी हुई हैं, इसी बीच शीर्ष वायरस विज्ञानी गगनदीप कांग ने सीआईआई लाइफसाइंसेज कॉनक्लेव को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए शुक्रवार को कहा है कि कोरोना वायरस के किसी नये वैरिएंट के नहीं आने पर महामारी की तीसरी लहर दूसरी लहर जैसी भयावह नहीं होगी। कांग ने अपनी बात कहते हुए वायरस के नए वैरिएंट से निपटने के लिए और बेहतर वैक्सीन बनाने और नियामक तंत्र मजबूत करने पर जोर दिया। कांग ने कहा, ‘जब तक नया स्वरूप नहीं आएगा, तीसरी लहर उतनी भयावह नहीं होगी जितना कि हमने दूसरी लहर के दौरान सामना किया था।’ उन्होंने कहा कि बेहतर टीके विकसित करके नए वैरिएंट्स से निपटा जा सकता है। आपको बता दें कि देश में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोत्तरी का अनुमान लगाने वाली विशेषज्ञों की तीन सदस्यीय टीम में शामिल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-कानपुर के वैज्ञानिक मनींद्र अग्रवाल ने कहा था कि सितंबर तक कारोना वायरस का एक कहीं अधिक प्रसार करने वाला वायरस सामने आने पर देश में अक्टूबर-नवंबर के बीच तीसरी लहर चरम पर पहुंच सकती है। वहीं टीकाकरण पर राष्ट्रीय तनकीकी सलाहकार समूह के कोविड-19 कार्यसमूह के अध्यक्ष डा. एन के अरोड़ा ने कहा तीसरी लहर को लेकर सबसे बड़ा खतरा त्यौहारों के सीजन में होगा जब लोग कोविड प्रोटोकाल का पालन करना भूल जाएंगे। इस सीजन में आयोजनों से लोगों के बीच डेल्टा वैरिएंट तेजी से फैल सकता है। ऐसे में देश में तीसरी लहर में संक्रमण के विस्तार को लेकर चिंताएं बनी हुई हैं।
5- कोरोना काल में मजलूमों के मसीहा बने सोनू सूद इन दिनों इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के रडार पर हैं, उनके घर और दफ्तर पर कल तीसने दिन भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का सर्च आपरेशन जारी रहा और सोनू सूद के अकाउंट बुक से लेकर कमाई व खर्च जैसे तमाम आर्थिक दस्तावेजों की जांच हो रही है। खबर है कि सोनू सूद पर एक लैंड डील में टैक्स चोरी का आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि आईटी अधिकारियों को भारी मात्रा में टैक्स चोरी के बारे में पता चला है। उनका कहना है कि ये टैक्स चोरी सोनू सूद के निजी फाइनेंसेस से संबंधित है। फर्जी लोन्स और बिलिंग दस्तावेज भी पाए गए हैं जिन्हें आयकर विभाग ने अपने कब्जे में लिया है और सूद चैरिटी फाउंडेशन के अकाउंट्स की भी जांच की जा रही है। वहीं सूत्रों की मानें तो तलाशी के दौरान कुछ ऐसे दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं जो ये साबित करते हैं कि सोनू सूद ने फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट का उल्लंघन किया है। इसके बाद आयकर विभाग ने सोनू के ख़िलाफ़ जांच का दायरा बढ़ाते हुए शुक्रवार को कई जगह छापामारी की, अब टीम उन सभी संस्थाओं की जांच कर रही है, जो सोनू सूद से जुड़े हुए हैं। हालांकि सोनू सूद पर आईटी डिपार्टमेंट की इस कार्रवाई के बाद सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है, वहीं सोशल मीडिया पर सोनू सूद को फैन्स का काफी सपोर्ट मिल रहा है।