1- सीटी स्कैन और रेमिडीसिविर इंजेक्शन के इस्तेमाल को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत DGHS यानि डायरेक्टरेट जनरल ऑफ हेल्थ सर्विस की ओर से कोविट पॉजिटिव बच्चों के इलाज के लिए नई गाइडलाइन्स जारी की गई हैं। जारी की गई गाइडलाइन्स में कोरोना संक्रमति बच्चों का सीटी स्कैन समझदारी से करने को कहा गया है जबकि रेमिडीसिविर इंजेक्शन के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई गई है। DGHS ने एसिम्पटोमेटिक और हल्के मामलों में स्टेरॉयड के इस्तेमाल को घातक बताया है। साथ ही गाइडलाइन्स में 12 साल से बड़े बच्चों को उनके पैरेंट्स की देखरेख में 6 मिनट का वॉक टेस्ट करने की सलाह दी गई है ताकि इससे हैप्पी हाइपोक्सिया का पता चल सके। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना महामारी के दौरान ब्लैक फंगस के अलावा हैप्पी हाइपोक्सिया जानलेवा साबित हो रहा है। इसके मरीज में कोरोना संक्रमण के लक्षण नहीं होते और अचानक ऑक्सीजन लेवल गिरने से मरीज की मौत हो जाती है।
2- कोरोना महामारी के दौर में केन्द्र सरकार ने सरकारी मुलाजिमों को एक बड़ी राहत दी है, जिसे लेकर कार्मिक विभाग की तरफ से एक आदेश जारी किया है, कि सरकारी कर्मचारी के पेरेंट्स या परिवार में कोई डिपेंडेंट सदस्य, कोरोना संक्रमित होता है और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ती है तो ऐसी स्थिति में सेंट्रल गवर्मेंट का कर्मचारी 15 दिन की SCL यानि स्पेशल कैजुअल लीव ले सकेगा। वहीं आदेश में ये भी कहा गया है कि यदि केन्द्रीय कर्मचारी खुद कोरोना संक्रमित होता है, तो उसे क्वारैंटाइन या आइसोलेशन में रहना होगा और यदि उसे संकम्रण के दौरान इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति आती है तो ऐसे में कर्मचारी खुद भी 20 दिन तक की स्पेशल लीव ले सकता है।
3- एक ऑनलाइन भाषण में फिसली जुबान के चलते केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी सुर्खियों में बने हुए हैं। यूपी के प्रयागराज में एक ऑक्सीजन प्लांट के वर्चुअल इनोगरेशन के दौरान अपने संबोधन में उन्होंने कहा, ‘सबसे पहले मुझे बहुत खुशी है कि कोविड से इस समय हमारे देश में अनेक लोगों को ऑक्सीजन की कमी के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी…’। हालांकि जैसे ही उन्हें अपनी भूल का अहसास हुआ उन्होंने ऑक्सीजन प्रोडक्शन की तकनीक पर बात घुमा दी। इस कार्यक्रम में यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, सिद्धार्थनाथ सिंह और महेंद्र नाथ सिंह भी मौजूद थे।
4- बुधवार को मुबंई में मानसून ने दस्तक दी। दक्षिण-पश्चिम मानसून की भारी बारिश से शहर के कई इलाकों मॆं सड़कें पानी में डूबी नजर आईं। सामान्य तौर पर मानसून हर साल 10 जून तक मुंबई पहुंचता है लेकिन इस साल एक दिन पहले ही मानसून ने मुंबई पहुंचा है, भारी बारिश के बीच मौसम विभाग ने महाराष्ट्र में अगले चार दिन के लिए अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 3-4 दिनों में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, बिहार, झारखंड, गुजरात, तेलंगाना समेत देश के करीब 14 राज्यों में मानसून की तेज बारिश होने की आशंका है। वहीं कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, दक्षिणी गुजरात, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल में 11-13 जून के बीच भारी बारिश होने की आशंका है। वहीं राजधानी दिल्ली को अभी मानसून की बारिश के लिए 2-3 दिन इंतजार करना पडेगा। मौसम विभाग के मुताबिक 12 और 13 जून को दिल्ली में गरज के साथ बारिश का अनुमान है।
5- बुधवार को मुंबई में पूरा दिन लगातार हुई बारिश से जन जीवन तो अस्त व्यस्त हुआ ही, दिन भर की बारिश के चलते देर रात एक बड़ा हादसा भी हो गया। रात करीब सवा 11 बजे के मालवानी इलाके में एक चार मंजिला इमारत ढहने से कई लोगों की जिन्दगियां खत्म हो गई। बताया जा रहा है कि इस इमारत में हादसे के वक्त तीन परिवार थे, जिनमें अभी तक 11 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि 3 बच्चों समेत 16 लोगों को मलबे से बाहर निकाला गया है। हादसे के बाद बृहन्मुंबई नगर निगम ने आसपास की तीन और इमारतों की खराब स्थिति को देखते हुए उन्हें खाली कराया है।
6- आज इस साल का पहला सूर्य ग्रहण लगेगा, हालांकि ये पूरे भारत में न दिखाई देकर सिर्फ अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख में ही नजर आएगा। वहीं भारत के अलावा ये ग्रहण उत्तरी अमेरिका, उत्तरी कनाडा, यूरोप और एशिया, ग्रीनलैंड, रूस के बड़े हिस्से में भी दिखाई देगा। भारतीय समय के अनुसान ये सूर्य ग्रहण दोपहर 1.42 बजे से शाम 6.41 बजे तक रहेगा। भारत में यानि अरुणाचल प्रदेश में ये ग्रहण शाम 5.52के करीब और लद्दाख के उत्तरी हिस्से में शाम करीब 6 बजे नजर आएगा। आपको बता दें कि आज वट सावित्री व्रत के साथ-साथ शनि जयंती और ज्येष्ठ अमावस्या भी है और शनि जयंती पर सूर्य ग्रहण का योग करीब 148 साल बाद बन रहा है।
7- बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केन्द्रीय कैबिनेट की बैठक में बाजार सत्र 2021-22 के लिए खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाने का निर्णय लिया गया। बीते साल के मुकाबले खरीफ फसलों की एमएसपी में 50 से 62 फीसदी की बढोत्तरी की गई है। जिनमें सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी तिल की एमएसपी में की गई है, जिसमें 452 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाए गए हैं। इसके अलावा तूअर और उड़द की एमएसपी में भी 300 रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा किया गया है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि खरीफ सीजन के पहले ही बढ़ी हुई MSP घोषित की है।