1- कोरोना महामारी के कहर के बीच विकसित देशों ने वैक्सीन पासपोर्ट की पहल की है, जिसकी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी वकालत की, G7 समिट की वर्चुअल बैठक में अमेरिका और ब्रिटेन ने वैक्सीन पासपोर्ट शुरू करने पर जोर दिया और यूरोपीय देशों ने इसका समर्थन भी किया। उन्होंने कहा कि जो लोग वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं, वे एक तरह से सुरक्षित हैं। इसलिए ऐसे लोगों के कहीं भी आने-जाने पर पाबंदी नहीं होनी चाहिए लेकिन इसके ठीक उलट भारत ने इसपर आपत्ति जताई है, विकसित देशों के संगठन G7 समिट के स्वास्थ्य मंत्रियों की एक मीटिंग में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने वैक्सीन पासपोर्ट का विरोध करते हुए फिलहाल इसे विकासशील देशों के खिलाफ बताया है। उन्होंने कहा अभी वैक्सीन पासपोर्ट को अनिवार्य करना सही नहीं क्योंकि ये पहल भेदभावपूर्ण साबित हो सकती है। विकसित देशों के मुकाबले विकासशील देशों में अभी ज्यादातर लोगों का वैक्सीनेशन नहीं हो सका है, ऐसी स्थिति में वैक्सीन पासपोर्ट जैसी पहल दुनिया के विकासशील देशों के लिए नुकसानदायक हो सकती है क्योंकि विकासशील और पिछड़े देशों में वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं है। ऐसे स्थिति में वैक्सीन पासपोर्ट की पहल से विकासशील देशों के लोग कहीं भी जाने आने में असमर्थ होंगे। आपको बता दें कि अमेरिका की ज्यादातर आबादी को वैक्सीन दिया जा चुका है लेकिन अमेरिका के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा वैक्सीन देने के बाद भी भारत में अब तक 3.5 फीसद से अधिक आबादी को ही दोनों डोज दी जा सकी हैं।
2- लंबे लॉकडाउन के बाद सोमवार 7 जून सुबह 5 बजे से दिल्ली अनलॉक तो होगी, दिल्ली में लॉकडाउन 19 अप्रैल को लगाया गया था जो पांच बार बढ़ा और अब 7 जून से इसमें छूट मिलेगी लेकिन शर्तों के साथ। या ये कह सकते हैं कि पब्लिक को कुछ रियायतों के साथ पाबंदियों का दौर अभी जारी रहेगा। सोमवार से जनता को किन किन चीजों में क्या कुछ छूट मिलेगी इस पर शनिवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और दिल्ली को अनलॉक करने की सरकार की प्लानिंग के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि मेट्रो 50% क्षमता के साथ चलेंगी, और हालात को देखते हुए छूट बढ़ाई जाएंगी। बाजार, मॉल, दुकानें ऑड-ईवन बेसिज पर सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक खुलेंगे। वहीं सरकारी दफ्तरों में ग्रुप-ए के सभी ऑफिसर काम करेंगे और ग्रुप-बी का स्टाफ 50 प्रतिशत क्षमता के साथ काम करेगा वहीं असेशियल सर्विजेस जुड़े दफ्तरों में सभी कर्मचारी काम कर सकते हैं। प्राइवेट ऑफिसों में भी 50 फीसदी मैन पावर के साथ काम किया जा सकेगा। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि संक्रमण की तीसरी लहर में बच्चों को ज्यादा खतरा होने की आशंका को देखते हुए हर हॉस्पिटल में बच्चों के लिए अलग से इंतजाम किए जाएंगे। बेड से लेकर दवा तक बच्चों को ध्यान में रखकर ही तैयारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर में कोरोना के मामले रोजाना 37 हजार तक पीक मानकर तैयारियां की जाएंगी। बेड, ऑक्सीजन, दवा और आईसीयू की कितनी जरूरत होगी, इसका आंकलन किया जा रहा है।
3- सरकार ने ट्विटर को नए आईटी रूल्स को लेकर आखिरी नोटिस जारी किया है। आईटी मंत्रालय की तरफ से भेजे गए नोटिस में साफ-साफ कहा गया है कि कंपनी जल्द से जल्द नए नियम लागू करे नहीं तो उसे गंभीर परिणाम भुगतना पड़ सकता है। आपको बता दें कि ट्विटर ने अभी तक नए आई टी नियमों के तहत चीफ कंप्लायंस ऑफिसर के बारे में नहीं बताया है। इसके अलावा ट्विटर द्वारा नॉमिनेट किया गया नोडल कॉन्टेक्ट पर्सन भी नियमों के मुताबिक भारत में ट्विटर का कर्मचारी नहीं है और ट्विटर द्वारा बताया गया ऑफिस एड्रेस भी एक लॉ फर्म का है। इन्हीं शिकायतों को लेकर मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रोनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ने ट्विटर को नोटिस जारी कर लिखा है कि ट्विटर ने न तो नए नियमों को लेकर स्थिति स्पष्ट की है न ही नियमों को ठीक से लागू किया है। आपको आखिरी मौका दिया जा रहा है, नहीं तो जो रियायत मिल रही है, वह खत्म कर दी जाएंगी और इसके लिए खुद आप ही जिम्मेदार होंगे। आपको बता दें कि शनिवार को ट्विटर ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों के अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया था, ब्लू टिक हटाने की ट्विटर की कार्रवाई पर संघ ने सख्त प्रतिक्रिया दी। सोशल मीडिया पर संघ के समर्थकों की ओर से गुस्सा जाहिर करने के बाद ट्विटर ने इस ब्लू टिक को बहाल किया।
4- पहले ममता और केन्द्र के बीच विवाद खबरों में गर्माया हुआ था और अब दिल्ली सरकार और केन्द्र के बीच ऐसी ही तल्खियां बढ़ती दिख रही है। दरअसल दिल्ली में हर घर तक राशन पहुंचाने की दिल्ली सरकार की योजना पर केंद्र ने रोक लगाई है। एक हफ्ते बाद लागू होने जा रही इस योजना की सारी तैयारियां दिल्ली सरकार करीब-करीब पूरी कर चुकी थी, लेकिन इस योजना के लिए केन्द्र से मंजूरी नहीं ली थी, जिसकी वजह से ये योजना रद्द कर दी गई है। केजरीवाल सरकार ने इस योजना के तहत 72 लाख लोगों के घर तक राशन पहुंचाने की घोषणा की थी। अब केन्द्र के इस योजना पर रोक लगाने के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आज इस बारे में प्रेस कॉन्फेंस कर अपना पक्ष रखेंगे।
5- कोरोना की दूसरी लहर का असर धीरे धीरे कम हो रहा है लेकिन इसके साथ ही तीसरी लहर की आशंकाओं को लेकर चिंताएं सताने लगी हैं, क्योंकि कोविड संक्रमण की तीसरी लहर को जानकारों ने बच्चों के लिए घातक बताया है। अमेरिका में बच्चों को संक्रमण से सुरक्षा देने के लिए हाल ही में अमेरिकी दवा नियामक यूएसएफडीए ने बच्चों को वैक्सीन के इमर्जेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी थी। जिसके बाद 12 से 15 साल के बच्चों को फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन दी जा रही है और अब भारत में भी अब जल्द ही बच्चों के वैक्सीनेशन की शुरुआत होने की उम्मीद है। आपको बता दें कि भारतीय कंपनी जायडस कैडिला बच्चों के लिए वैक्सीन तैयार कर रही है, जायडस-कैडिला तीसरे फेज का ट्रायल पूरा कर चुकी है और कहा जा रहा है कि ये वैक्सीन इसी महीने लॉन्च हो सकती है। इसके अलावा एक तरफ जहां बच्चों के लिए फाइजर की वैक्सीन को मंजूरी देने पर विचार किया जा रहा है वहीं कोवैक्सीन का ट्रायल भी जारी है।
6- कोरोना संक्रमण पर चल रही रिसर्च के दौरान एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने रिसर्चर्स को भी हैरत में डाल दिया है। दरअसल दक्षिण अफ्रीका में डरबन स्थित क्वाजूलू-नेटल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने खुलासा किया है कि 36 साल की एक महिला जो कि HIV पॉजिटिव थी, करीब सात महीने तक कोविड पॉजिटिव रही और इस दौरान उसके शरीर में वायरस ने एक दो नहीं बल्कि 32 बार अपना स्वरूप बदला। रिसर्चर्स ने बताया कि इस महिला के शरीर में 13 म्यूटेशन स्पाइक प्रोटीन में देखे गए। हालांकि अभी ये पता नहीं चल सका है कि महिला में मौजूद म्यूटेशन का प्रसार दूसरे लोगों में हुआ है या नहीं, लेकिन ये रिसर्चर्स के लिए बड़ी हैरानी की बात थी कि 7 महीने तक वायरस महिला के शरीर में रहा और बदलता रहा।