1- कल 24 घंटे में आए संक्रमण के मामले 3 लाख के नीचे रहे हैं, कल देशभर में 2 लाख 81 हजार नए संक्रमित मिले हैं जबकि इस दौरान 4 हजार 92 लोगों की मौत हुई है। वहीं 24 घंटे में कुल 3 लाख 78 हजार लोगों ने संक्रमण को मात दी है। आपको बता दें कि देश में अबतक ढाई करोड़ के करीब लोग संक्रमित हो चुके हैं और संक्रमण के चलते अब तक पौने तीन लाख के करीब मौतें हुई हैं। कल महाराष्ट्र में जहां 24 घंटे में 34 हजार 389 नए संक्रमित मिले तो वहीं इस दौरान 974 लोगों की मौत हुई। देश की राजधानी दिल्ली में नए संक्रमितों की संख्या तो 6 हजार 456 रही लेकिन 24 घंटे में 262 लोगों ने दम तोड़ा। उत्तर प्रदेश में कल 10 हजार 682 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई और इश दौरान राज्य में 311 लोगों की मौत हुई। अब बात करें केरल, कर्नाटक और आंध्रप्रदेश की तो कर्नाटक में 24 घंटे में 31 हजार 531 नए संक्रमित मिले और 403 लोगों की मौत हुई। वहीं केरल में 29 हजार 704 संक्रमित मिले औऱ 89 लोगों की जान गई जबकि आन्ध्र प्रदेश में 24 हजार 171 नए मामले सामने आए औऱ 101 लोगों की जान गई। इसके अलावा गुजरात में नए संक्रमितों की संख्या 8 हजार 210 रही औऱ 82 लोगों की मौत हुई, मध्य प्रदेश में 7 हजार 106 नए संक्रमित मिले और 79 लोगों की मौत हुई, वहीं बिहार में 6 हजार 873 नए संक्रमित मिले और 89 लोगों की जान गई। संक्रमण की इस चेन को तोड़ने के लिए वैक्सीनेशन प्रोग्राम को तेज किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर नई दवाओं के जरिए इलाज को दुरुस्त करने की दिशा में भी प्रयास जारी हैं, आज इसी दिशा में DRDO की बनाई एंटी कोरोना ड्रग 2DG दवा का पहला बैच लॉन्च हो रहा है, जिसके 10 पैकेट मरीजों की इलाज में इमरजेंसी यूज के लिए रिलीज किए गए हैं।
2- कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में आ रहे गांवों की स्थिति शहरों से भी ज्यादा गंभीर है, क्योंकि स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के चलते यहां संक्रमितों का समय पर इलाज संभव नहीं हो पा रहा है। ऐसे में गांवों में कोरोना के कहर को काबू करने के लिए सरकार ने रविवार को गांवों के लिए अलग से गाइडलाइन जारी की हैं। जारी की गई गाइडलाइन्स में आशा कार्यकर्ताओं को अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। आशा वर्कर्स को गांवों में जुकाम-बुखार की मॉनिटरिंग और संक्रमित मामलों में कम्युनिटी हेल्थ अफसर को फोन पर केस देखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही एएनएम को भी रैपिड एंटीजन टेस्ट की ट्रेनिंग देने को कहा गया है। जारी किए गए दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि पहले से गंभीर बीमारियों से जूझ रहे कोरोना संक्रमितों के साथ-साथ जिन मरीजों का ऑक्सीजन लेवल डाउन हो रहा है उन्हें स्वास्थ्य संस्थानों में भेजने को कहा गया है। जुकाम-बुखार और सांस से संबंधित संक्रमण के इलाज के लिए हर उपकेंद्र पर OPD चलाने के निर्देश हैं। लक्षण वाले मरीजों के, स्वास्थ्य केंद्रों पर टेस्ट किए जाने के बाद तब तक आइसोलेट होने की सलाह दिए जाने को कहा गया है जब तक उनकी टेस्ट रिपोर्ट नहीं आ जाती। वहीं जिनमें लक्षण नहीं हैं लेकिन वे संक्रमित व्यक्ति के करीब गए हैं और कोविड प्रोडोकॉल्स का पालन नहीं किया, उनके तुरंत टेस्ट व क्वारंटीन
के लिए कहा गया है। अधिकतर केस बिना लक्षण वाले या माइल्ड सिम्टम्स के हैं इन्हें घरों या कोविड केयर फैसिलिटी में आइसोलेट किया जाए। ऐसी और भी कई जरूरी गाइडलाइन्स आज गावों में कोरोना की बढ़ती रफ्तार को काबू करने के लिए केन्द्र सरकार की तरफ से जारी की गई हैं।
3- कोरोना की दूसरी लहर का कहर जहां दिल्ली, यूपी और महाराष्ट्र जैसे कुछ राज्यो में कम होता दिखाई दे रहा है तो वहीं दक्षिण के राज्यों में संक्रमितों की संख्या बढ़ी है, ऐसे में चिंताएं बढ़ना भी लाजमी है लेकिन इस चिंताजनक स्थिति के बीच एक राहत देने वाली खबर ये है कि DST यानि डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के सेक्रेटरी और IIT कानपुर के सीनियर प्रोफेसर डॉ. आशुतोष शर्मा ने कहा है कि इस साल दिसंबर तक देश में हर्ड इम्यूनिटी तैयार हो जाएगी और तब 60 से 70 फीसदी आबादी में एंटीबॉडी डेवलप हो जाएंगी। इससे संक्रमण के ट्रांसमिशन की रफ्तार भी काफी कम हो जाएगी। उन्होंने आशा जताते हुए कहा कि अगर सबकुछ प्लानिंग से चलता रहा तो देश जल्द ही इस महामारी को मात दे देगा। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के बाद भी लोगों को मास्क पहनना होगा। हमारा भविष्य हमारे व्यवहार पर काफी हद तक निर्भर करेगा जिसमें मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, वैक्सीनेशन की भूमिका काफी ज्यादा अहम है। उन्होंने वैक्सीन को लेकर कहा है कि नए म्यूटैंट्स पर भी वैक्सीन प्रभावी है इसलिए बिना डरे वैक्सीनेशन जरूर कराएं। इससे संक्रमण का खतरा भी कम होगा और इन्फेक्शन के ट्रांसमिशन पर भी रोक लगेगी।
4- मोदी जी, हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश क्यों भेज दिया? पोस्टर की ये एक लाइन सोशल मीडिया पर राजनीति मुद्दा बन गई है और अब इस पोस्टर विवाद में कांग्रेस नेता राहुल और प्रियंका गांधी भी शामिल हो गए हैं। दरअसल दिल्ली में कई जगहों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम संदेश देते हुए ये पोस्टर चिपकाए गए हैं, इस पोस्टर के बारे में गुरुवार को जानकारी मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने 25 एफआईआर दर्ज की हैं और कई लोगों की गिरफ्तारियां भी हुई हैं, पुलिस ने अभी इस मामले में और एफआईआर दर्ज होने की संभावना जताई है। हालांकि अभी ये पता नहीं चल सका है कि पूरी दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर किसके कहने पर ये पोस्टर लगाए गए हैं, लेकिन अब इस पोस्टर को सोशल मीडिया पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने अपने ड्विटर हैंड्ल पर अकाउंट की प्रोफाइल पिक्चर पर लगाया है वहीं राहुल गांधी ने तो पोस्ट करते हुए ये भी लिखा है कि, मुझे भी गिरफ्तार करो।
5- महामारी की दूसरी लहर के बीच संक्रमण से बचाव के लिए अहतियातन कई प्रकार की परीक्षाओं को या तो स्थगित किया गया है या रद्द कर दिया गया है इसी बीत उत्तर प्रदेश में ग्रेजुएशन के फर्स्ट ईयर व सेकेंड ईयर और पोस्ट ग्रेजुएशन के फर्स्ट ईयर वाले छात्रों के लिए राहत की बात ये है कि सरकार द्वारा इन छात्रों को बिना परीक्षा के ही प्रमोट करने की तैयारी की जा रही है। हां, ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के फाइलन ईयर के स्टूडेंट्स को एग्जाम देने होंगे, जिनके जून या जुलाई महीने में कराए जाने की संभावना है। इसमें बीए, बीएससी, बीकॉम जैसे कोर्स शामिल हैं। अभी इस विषय को लेकर 3 कुलपतियों की कमेटी बनाकर, उनसे रिपोर्ट मांगी गई है ये कमेटी 7 दिन में परीक्षाओं को लेकर अपनी रिपोर्ट सरकार को देगी और रिपोर्ट के बाद राज्य सरकार इसकी घोषणा कर सकती है।
6- दिल्ली और हरियाणा में 17 मई की सुबह खत्म होने वाला लॉकडाउन अब 24 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को लॉकडाउन को एक सप्ताह और बढ़ाने की घोषणा की। दिल्ली में लॉकडाउन बढ़ाने को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने जो रिकवरी हासिल की है उसे जल्दीबाजी में लोगों के लिए खोलकर नहीं खो सकते हैं। उन्होंने कहा, “कोविड-19 से लड़ते हुए हमें जो लाभ प्राप्त हुआ है उसे अचानक किसी तरह की छूट के कारण नहीं खोया जा सकता है।” संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए जहां दिल्ली-हरियाण में सभी सख्तियों के साथ लॉकडाउन और एक सप्ताह आगे बढ़ा है वहीं पंजाब में भी हालात की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सभी पाबंदियों को 31 मई तब बढ़ाने का फैसला किया है।