हाई कोर्ट के फैसले से असंतुष्ट होने वालों के लिए न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का अधिकार देश के हर नागरिक को है लेकिन इस मामले पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और उडुपी गवर्नमेंट प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज डेवलपमेंट कमेटी के उपाध्यक्ष यशपाल सुवर्णा ने दावा किया है कि अदालत जाने वाली लड़कियां “देशद्रोही” और “एक आतंकवादी संगठन की सदस्य” थीं। उन्होंने कहा, “लड़कियों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वे छात्र नहीं बल्कि एक आतंकवादी संगठन की सदस्य हैं। उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ बयान देकर उन्होंने विद्वान न्यायाधीशों की अवहेलना की है। उनका बयान अदालत की अवमानना है।”