9 दिनों में 170 से ज्यादा विमानों को धमकियां, एविएशन सेक्टर को 600 करोड़ का नुकसान
नई दिल्ली: देश में विमानों को मिल रही बम धमकियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले 9 दिनों में 170 से अधिक विमानों को बम से उड़ाने की धमकियां मिली हैं। हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि इन धमकियों के कारण एविएशन सेक्टर को अब तक 600 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।
बुधवार को आईटी मिनिस्ट्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X, मेटा, और प्रमुख एयरलाइन कंपनियों के साथ एक वर्चुअल मीटिंग की। सूत्रों के मुताबिक, इस मीटिंग में सरकार ने इन प्लेटफॉर्म्स से पूछा कि उन्होंने इन अफवाहों को रोकने के लिए क्या कदम उठाए हैं। सरकार का कहना था कि अगर यह सिलसिला जारी रहता है, तो इससे ऐसा प्रतीत होता है जैसे आप इस जुर्म को बढ़ावा दे रहे हैं।
मंगलवार को 50 से ज्यादा विमानों को धमकी मिली
मंगलवार को ही 50 से ज्यादा विमानों को बम धमकियों का सामना करना पड़ा। इनमें एयर इंडिया और इंडिगो की 13-13 उड़ानों, अकासा एयर की 12 से अधिक और विस्तारा की 11 उड़ानों को निशाना बनाया गया।
सरकार के 4 बड़े एक्शन
विमानों को मिल रही धमकियों के चलते केंद्र सरकार ने कई सख्त कदम उठाए हैं:
- एयर मार्शल की संख्या दोगुनी: 16 अक्टूबर को सरकार ने फ्लाइट्स में एयर मार्शलों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया।
- एयरलाइंस CEOs के साथ बैठक: 19 अक्टूबर को BCAS ने एयरलाइंस के CEOs के साथ बैठक कर झूठी धमकियों से निपटने और यात्रियों की सुरक्षा पर चर्चा की।
- DGCA प्रमुख का तबादला: 19 अक्टूबर को DGCA चीफ विक्रम देव दत्त को पद से हटाकर कोयला मंत्रालय में भेजा गया।
- गिरफ्तारियां: मुंबई पुलिस ने एक व्यक्ति और छत्तीसगढ़ से एक नाबालिग को हिरासत में लिया, जो इंडिगो फ्लाइट में बम की धमकी देने के आरोपी थे। कोच्चि एयरपोर्ट पर भी एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।
उड्डयन मंत्री का बयान
केंद्रीय उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने 21 अक्टूबर को बयान देते हुए कहा कि ऐसी धमकियां देने वालों के नाम ‘नो फ्लाई लिस्ट’ में शामिल किए जा सकते हैं। इसके अलावा, सरकार विमानन सुरक्षा कानूनों में संशोधन की भी योजना बना रही है।
विमानों को मिल रही इन धमकियों ने न केवल एयरलाइंस को बड़ा आर्थिक नुकसान पहुंचाया है, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा को भी गंभीर रूप से प्रभावित किया है। सरकार अब इस स्थिति से निपटने के लिए कठोर कदम उठा रही है।