देशवासियों को अहिंसा की राह पर चलना सिखाने वाले महात्मा गांधी की आज पुण्यतिथि है। इस मौके पर संयुक्त किसान मोर्चा ने 30 जनवरी को पूरे देश में सदभावना दिवस मनाने की घोषणा की है। संयुक्त किसान मोर्चा ने पूरे देश के जिस भी कोने में कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं वहां 30 जनवरी यानी आज सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक भूख हड़ताल करने का ऐलान किया है। 26 जनवरी को देश की राजधानी में हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद किसान मोर्चा की ओर से यह खबर आई है। साथ ही किसान मोर्चा ने सभी देशवासियों ने इस एकदिवसीय भूख हड़ताल में शामिल होने की अपील भी की है।
किसान मोर्चा ने केंद्र सरकार पर किसान आंदोलन को बदनाम करने की साज़िश का भी आरोप लगाया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि 26 जनवरी को आंदोलन ने जो विभत्स रुप लिया वो भाजपा के द्वारा सुनियोजित था। किसान मोर्चा की ओर से आये वक्तव्य में यही कहा गया कि किसानों ने गणतंत्र दिवस के दिन ऐसा कुछ नहीं किया जो कानून-विरोधी हो। 99 प्रतिशत किसानों ने पुलिस द्वारा दिये गये रूट पर ही ट्रैक्टर मार्च किया था। जो तस्वीरें या वीडियो लालकिले की हैं उसमें भाजपा के कार्यकर्ता हैं। भाजपा ने ही लालकिले पर हंगामा मचाया, किसानों का उस मामले से कोई लेना-देना नहीं है।
गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले से तिरंगे के अपमान की जो तस्वीरें सामने आ रही थी उस पर संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि भाजपा ऐसा सुनियोजित तरीके से कर रही है। यह किसानों को बदनाम करने की कोशिश है। किसान मोर्चा ने कहा है कि किसान ही झंडे को सबसे अधिक आदर देते हैं। किसानों के बच्चे शहीद होकर जब तिरंगे में लिपटकर आते हैं, तो हम उसे सीने से लगाकर सारी उम्र याद कर रोते हैं।
कुंडली में धरनास्थल पर डॉ. दर्शनपाल सिंह ने प्रेस से बात करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत की भी जम कर तारीफ की। उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत जिस मजबूती के साथ डटे रहे, उसका नतीजा अब सरकार ने खुद भी देख लिया है। धरनास्थलों पर कई गुना ज्यादा किसान जुटने लगे हैं।