Sweta Ranjan, New Delhi
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की हलचल तेज हो गई है, और भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस सूची में 29 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं, जिसमें खास तौर पर नई दिल्ली विधानसभा सीट पर मुकाबला दिलचस्प नजर आ रहा है। भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ इस सीट से पूर्व सांसद परवेश वर्मा को मैदान में उतारा है।
परवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहेब सिंह वर्मा के बेटे हैं और उनकी पहचान भाजपा के एक प्रमुख नेता के रूप में रही है। हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं दिया गया था। बीते कुछ दिनों में उन पर अपने घर पर महिलाओं को पैसे बांटने का आरोप भी लगा था, लेकिन भाजपा ने उन्हें नई दिल्ली सीट से उम्मीदवार के रूप में उतारकर साफ किया कि पार्टी अपनी चुनावी रणनीतियों में कोई कसर नहीं छोड़ने वाली है।
इस चुनाव में भाजपा ने कुछ अन्य बदलाव भी किए हैं। गांधीनगर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक अनिल बाजपेयी का टिकट काटा गया है और उनकी जगह अरविंदर सिंह लवली को चुनावी मैदान में उतारा गया है। कृष्ण नगर सीट से अनिल गोयल को पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया है।
दिल्ली में इस बार चुनावी मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। कांग्रेस ने भी अपनी पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस ने नई दिल्ली सीट पर पूर्व सांसद संदीप दीक्षित को उम्मीदवार घोषित किया है। वे दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे हैं।
इस बार दिल्ली में चुनावी माहौल बेहद गर्म है। आम आदमी पार्टी (AAP) के नेतृत्व में केजरीवाल सरकार दिल्ली की जनता का विश्वास पुनः जीतने के लिए रोज नई योजनाओं की घोषणा कर रही है। हाल ही में, दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पानी के बिल माफ करने का ऐलान किया, जिससे पार्टी ने जनता को एक और बड़ा आकर्षण प्रदान किया।
दिल्ली विधानसभा चुनाव अब अपनी पूरी गति पकड़ चुका है। भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सभी अपनी-अपनी रणनीतियों में कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं। देखना ये होगा कि इस बार दिल्ली की जनता किसे सत्ता सौंपेगी।