कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में तेजी से हो रही वृद्धि के चलते दिल्ली सरकार ने सभी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद रखने की घोषणा की है। गुरुवार को शिक्षा निदेशालय ने नोटिस जारी कर कहा कि नए अकादमिक सत्र में किसी भी कक्षा के छात्रों को न बुलाया जाए। आदेश के अनुसार अकादमिक सत्र 2021-22 के लिए पढ़ाई डिजिटल मोड से कराई जाए और केवल अकादमिक सत्र 2020-21 के 9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स गाइडेंस के लिए स्कूल आ सकेंगे। इसके लिए भी विद्यार्थियों को अपने अभिभावक की मंजूरी लेनी होगी। विद्यार्थियों को परीक्षा, प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट और इंटर्नल असेसमेंट संबंधी मसलों के लिए ही स्कूल आने की अनुमती होगी।
दिल्ली: आठवीं तक के छात्रों को नहीं बुलाया जाएगा
सरकारी, निगम, दिल्ली कैंट, एनडीएसमी और निजी स्कूलों के लिए जारी किये गये इस आदेश के मुताबिक 8वीं कक्षा तक के किसी भी विद्यार्थी किसी भी हालत में स्कूल आने की परमिशन नहीं होगी। गुरुवार को दिल्ली में कोरोना के 2,790 नए केस सामने आए।
दिल्ली में तेजी से फैल रहा संक्रमण
देश की राजधानी दिल्ली में गुरुवार को कोरोना के करीब 2800 नए मामले दर्ज किए गए जो इस साल किसी एक दिन में नए केस का सबसे बड़ा आंकड़ा है। बीते 24 घंटों में 9 मौतें हुई जिससे मृतकों की कुल संख्या 11036 पर पहुंच गई। दिल्ली में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 6.65 लाख को पार कर चुका है। महज़ एक दिन में 2,790 मामले आने से सकते में आई दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को इमर्जेंसी मीटिंग बुलाई है। कोरोना से निपटने को लेकर ऐक्शन प्लान तय करने के लिए यह मीटिंग बुलाई गई है।
सीएम केजरीवाल ने बुलाई इमर्जेंसी मीटिंग
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री और संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ इमर्जेंसी मीटिंग बुलाई है। बैठक में कोरोना पर काबू पाने के लिए कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
कोरोना के कम होते मामलों के मद्देनजर अधिकांश राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने फरवरी महीने से शिक्षण संस्थानों को खोलना शुरू किया था। लेकिन एक बार फिर बिगड़ते हालात को देखते हुए शिक्षण संस्थानों को बंद करना पड़ रहा है।