हरियाणा विधानसभा चुनाव की मतगणना 8 तारीख को होनी है, लेकिन एग्जिट पोल के नतीजों ने कांग्रेस के खेमे में उत्साह बढ़ा दिया है। विभिन्न एग्जिट पोल्स के अनुसार, कांग्रेस को बहुमत से कहीं अधिक सीटें मिलने की उम्मीद है, जिससे राज्य में सत्ता परिवर्तन की संभावनाएं मजबूत हो गई हैं। दूसरी ओर, मुख्यमंत्री पद के लिए कांग्रेस के भीतर लॉबिंग तेज हो गई है।
एग्जिट पोल में कांग्रेस की बढ़त
इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, कांग्रेस को 59 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि बहुमत के लिए 46 सीटों की जरूरत होती है। वहीं, बीजेपी को केवल 21 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है। इस स्थिति में कांग्रेस अकेले अपने दम पर सरकार बना सकती है।
दैनिक भास्कर के एग्जिट पोल में कांग्रेस को 44 से 54 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि बीजेपी को 23 से 29 सीटों तक सीमित बताया गया है। रिपब्लिक मैट्रिज ने कांग्रेस को 55 से 62 सीटें दी हैं। अन्य एग्जिट पोल्स भी इसी तरह के नतीजे दिखा रहे हैं, जिससे साफ है कि कांग्रेस राज्य में सरकार बनाने के बेहद करीब है।
मुख्यमंत्री पद के लिए होड़
जैसे ही एग्जिट पोल के नतीजे कांग्रेस के पक्ष में आने लगे, पार्टी के भीतर मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चाएं भी तेज हो गई हैं। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा इस दौड़ में सबसे आगे माने जा रहे हैं। हुड्डा ने राज्य में लगातार दो बार कांग्रेस की सरकार बनाई थी और इस बार भी उन्होंने पार्टी के लिए जी-जान से काम किया है। उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा भी इस चुनाव में प्रमुख भूमिका निभाते रहे हैं।
हालांकि, मुख्यमंत्री पद की राह उनके लिए इतनी आसान नहीं दिख रही। पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा भी इस पद के लिए मजबूत दावेदारी पेश कर रही हैं। शैलजा दलित समाज से आती हैं और कांग्रेस के भीतर उनका एक अलग जनाधार है। उन्होंने कहा है कि अगर भूपेंद्र हुड्डा को पहले मुख्यमंत्री बनाया गया था, तो अब वह भी मुख्यमंत्री बनने की हकदार हैं।
इसके अलावा, कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जताई है। सुरजेवाला ने कहा है कि मुख्यमंत्री का फैसला पार्टी हाईकमान करेगा, लेकिन वह भी इस रेस में शामिल हैं।
हुड्डा का पलड़ा भारी?
हालांकि, भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पक्ष में सबसे बड़ा तर्क यह है कि उन्होंने इस चुनाव में बड़ी संख्या में अपने समर्थकों को टिकट दिलवाया है। अगर पार्टी के भीतर शक्ति प्रदर्शन की नौबत आती है, तो हुड्डा समर्थक उनकी दावेदारी को मजबूती से आगे बढ़ा सकते हैं। हुड्डा ने कहा है कि मुख्यमंत्री पद का फैसला पार्टी के विधायक और हाईकमान मिलकर करेंगे।
एग्जिट पोल के नतीजे
- इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया: कांग्रेस – 59, बीजेपी – 21
- दैनिक भास्कर: कांग्रेस – 44 से 54, बीजेपी – 23 से 29
- रिपब्लिक मैट्रिज: कांग्रेस – 55 से 62, बीजेपी – 18 से 24
- पीपुल्स प्लस: कांग्रेस – 49 से 61, बीजेपी – 20 से 32
अंतिम फैसला 8 तारीख को
हरियाणा में सत्ता की कुर्सी पर कौन बैठेगा, यह 8 अक्टूबर को मतगणना के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। लेकिन एग्जिट पोल्स के नतीजे इस ओर इशारा कर रहे हैं कि कांग्रेस की सत्ता में वापसी लगभग तय है। मुख्यमंत्री पद के दावेदारों के बीच की होड़ भी दिलचस्प हो गई है, और कांग्रेस के लिए यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पार्टी किसे राज्य का नेतृत्व सौंपती है।