स्मिथा सिंह, नई दिल्ली
बॉलीवुड एक्ट्रेस दिव्या दत्ता आज अपना 44वां जन्मदिन मना रही हैं, पढ़िए उनके अभी तक के सफर की कुछ अनसुनी बातें।
25 सितंबर 1977 को पंजाब के लुधियाना शहर में एक पंजाबी हिंदू परिवार में जन्मी दिव्या ने महज सात साल की उम्र में अपने पिता को खो दिया था। दिव्या की मां ने ही अकेले उनका पालन पोषण किया। उनकी मां डॉ. नलिनी दत्ता एक सरकारी अधिकारी थीं।
70 के दशक में जन्मी दिव्या के जहन में 84 के दंगे ताजा है। दिव्या ने एक इंटरव्यू में कहा था कि आज तक 1984 के सिख दंगे नहीं भूल पाई हैं, जब सिख दंगे हुए वो बहुत छोटी थीं और डर के मारे वे अपनी मां के पल्लू में छुप गईं थीं, वो काफी डर भी गईं थीं लेकिन उन्होंने इसे अपने ऊपर प्रभावित नहीं होने दिया था।
दिव्या बचपन से ही फिल्मों की शौकीन थीं। वो कहती हैं कि उन्हें 4 साल की उम्र में ही ये अहसास हो गया था कि वो अच्छी एक्टिंग कर लेती हैं। एक बार अपने शौक को बताते हुए हुए दिव्या ने कहा था, जब मैं चार साल की थी तब मुझे एक दिन लगा कि मैं अभिनय बढ़िया कर लेती हूं। होता ये था कि उन दिनों अमिताभ बच्चन की फिल्म डॉन रिलीज हो चुकी थी और फिल्म का गाना ‘खइके पान बनारसवाला’ खूब बजा करता था। मैंने भी उनका पान खाकर नाचने वाला स्टाइल देख रखा था तो घर पर मैं इसी गाने पर खूब नाचा करती। हमारे घर पर बाकायदा इसका शो हुआ करता था।
दिव्या दत्ता ने मॉडलिंग से अपने करियर की शुरुआत की। फिल्मों में आने से पहले उन्होंने पंजाब में रीजनल टेलीविजन विज्ञापनों में काम किया फिर 1994 में वो मुंबई आ गई और 17 साल की उम्र में फिल्म ‘इश्क में जीना इश्क में मरना’ से डेब्यू किया। इस फिल्म को यूपी में टैक्स फ्री किया गया था।
अभिनय की दुनिया में दिव्य़ा को वास्तविक पहचान दिलाने वाली फिल्म थी ‘शहीद ए मोहब्बत बूटा सिंह’। इस फिल्म में दिव्या ने एक सिख की मुस्लिम पत्नी का किरदार निभाया था। फिल्म में दिव्या के अभिनय दर्शकों ने काफी पसंद किया था। इसके साथ ही फिल्म ‘वीर जारा’ में शब्बो के किरदार में दिव्या ने दर्शकों का तो दिल जीता ही साथ ही आलोचकों की भी तारीफ लूटी। दिव्या फिल्म ‘वीर जारा’ के अलावा ‘वीरगति’, ‘दिल्ली 6’, ‘इसकी टोपी उसके सर’, ‘भाग मिल्खा भाग’, ‘सुर’, ‘वेलकम टू सज्जन पुर’, ‘गिप्पी’, ‘संविधान’ और ‘बागबान’ जैसी कभी फिल्मों में अपने बेहतरीन अभियन का प्रदर्शन किया है।
दिव्या दत्ता बॉलीवुड की उन एक्ट्रेस में शुमार हैं जो अपने अभिनय के लिए जानी जाती हैं, बावजूद इसके उनका नाम लाइम लाइट में नहीं रहता। 100 से ज्यादा फिल्मों में अलग-अलग तरह की भूमिका निभाने वाली दिव्या ने भले ही ज्यादातर सपोर्टिंग रोल किए हैं लेकिन उनका अभिनय इतना वास्तविक लगता है कि उन्हें पॉपुलैरिटी और लोगों का प्यार हमेशा मिलता है। फिल्म ‘इरादा’ में अपने बेहतरीन अभिनय के लिए दिव्या साल 2018 में नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित हुई थीं। अपनी एक्टिंग के लिए वो जी सिने, आइफा सहित कई अवॉर्ड जीत चुकी हैं।
दिव्या ने अपने करियर में हिंदी के अलावा पंजाबी, तमिल, मलयालम, उर्दू और अंग्रेजी भाषा में काम किया है, वो कई फेमस टीवी सीरियल्स में भी काम कर चुकी हैं। मॉडलिगं, एक्टिंग के अलावा दिव्या डबिंग में भी माहिर हैं, उन्होंने फिल्म कसूर में लिसा रे के किरदार के लिए डबिंग भी की है।
बात दिव्या की पर्सनल लाइफ की करें तो उन्होंने इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट कमांडर संदीप शेरगिल से सगाई की थी, लेकिन ये रिश्ता लंबा नहीं चला, कुछ वक्त बाद ही दोनों की सगाई टूट गई और फिलहाल 44 की दिव्या सिंगल हैं। दिव्या दत्ता हाल ही में फिल्म ‘शीर-कोरमा’ में नजर आईं थी और अब उनकी अगली फिल्म ‘धाकड़’ है। फिल्म ‘धाकड़’ में कंगना रणौत मुख्य भूमिका में हैं लेकिन दिव्या भी फिल्म में अहम किरदार निभाती नजर आएंगी।