बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण की वोटिंग शुरू हो गई है। आखिरी चरण की इस वोटिंग में आज 16 ज़िलों की 78 सीटों पर मतदान है जिसमें मुख्य तौर पर सीमांचल और मिथिलांचल के इलाक़े हैं।
इन 78 सीटों में ज्यादातर इलाके मुस्लिम वोटर बहुल हैं। कटिहार, पूर्णिया, अररिया और किशनगंज जैसे जिलों में मुस्लिम आबादी बहुत अधिक है। बिहार के लगभग आधे मुसलमान इन विधानसभा क्षेत्रों में आते हैं।
तीसरे चरण का इस मुकाबले पर सभी पार्टियों की नज़र है क्योंकि यहां की कई सीटों पर मुक़ाबला कड़ा है। कई सीटों पर तो जंग दो मुख्य पर्टियों के बीच या त्रिकोणीय नहीं बल्कि बहुकोणीय है।
दरअसल, इन सीटों पर उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, असदद्दुीन ओवैसी की एआईएमआईएम, मायावती की बीएसपी और पूर्व सांसद पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी भी अच्छी पकड़ रखते हैं और चुनाव को दोनों मुख्य गठबंधनों को चुनौती दे रहे हैं।
बता दें, साल 2015 में इन 78 सीटों में से 54 सीटें जनता दल यूनाइटेड, राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस गठबंधन को मिली थी। वहीं एनडीए 24 सीटें जीत पाई थी। उस मुकाबले में बीजेपी, एलजेपी, आरएलएसपी और जीतन राम मांझी की हिंदुस्तान आवाम पार्टी एनडीए का हिस्सा थे। बी जेपी को एनडीए की सभी पार्टियों में सबसे ज़्यादा 19 सीटें मिली थी।