बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए महागठबंधन की गुत्थी तो सुलझ गई है। महागठबंधन ने सीटों के बंटवारे को लेकर तस्वीर साफ कर दी है। दरअसल, कांग्रेस और आरजेडी के बीच लंबी मीटिंग के बाद सीटों के बंटवारे पर बिगड़ी बात सुलझ गई। सहमति के अनुसार यह तय हुआ है कि आरजेडी 137 सीट पर चुनाव लड़ेगी और कांग्रेस 68 पर। महागठबंध में शामिल बाकि दल सीपीआई 5 सीट पर पने प्रत्याशी उतारेगी, वीआईपी 5, सीपीएम 5 सीट और माके 19 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। हांलाकि इस सहमति पर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन महागठबंधन औपचारिक ऐलान जल्द करेगी।
एनडीए का मामला अबतक नहीं सुलझा
वहीं दूसरी ओर प्रदेश के एक और मुख्य गठबंधन एनडीए में मामला अबतक अटका पड़ा है। चिराग पासवान अपनी मांग से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। बीजेपी के शीर्ष नेताओं से बातचीत के बाद भी एलजेपी ने अबतक हांमी नहीं भरी है कि वो भाजपा के साथ है या अलग। एलजेपी ने शनिवार को शाम 5 बजे पार्टी की केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गई। उम्मीद है कि इस मीटिंग के बाद एनडीए गठबंधन की तस्वीर भी साफ हो जाएगी। एलजेपी अब तक कई बार 143 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारने की बात कर चुकी है। पार्टी लगातार जदयू के मुखिया नीतीश कुमार पर हमलावर है। नीतीश पर एक और हमला बोलते हुए एलजेपी ने कहा कि बिहार फ़र्स्ट बिहारी फ़र्स्ट विज़न डॉक्युमेंट को अगली सरकार लागू करेगी। पार्टी ने यह कहा कि नीतीश के ‘सात निश्चय’ का वीजन बेबुनियाद है। आरोप लगाते हुए पार्टी ने कहा कि पिछले पांच साल के कार्यकाल में ‘सात निश्चय’ के तहत सभी कार्य अधूरे ही रह गए और सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त रही।
जेडीयू-बीजेपी के बीच सीटों पर सहमति
एक ओर जहां एलजेपी ने अभीतक गठबंधन की सुई फंसा कर रखी है वहीं बीजेपी और जेडीयू के बीच भी सीटों की संख्या को लेकर सहमति बन गयी है। सीटों की संख्या पर सहमति तो हो गई है लेकिन अब तक यह तय नहीं हुआ है कि कौन सी सीट पर किस पार्टी के प्रत्याशी को उतारा जाएगा।