Bihar Election 2020: बांकीपुर सीट पर चुनावी माहौल रोचक, किसकी होगी जनता ?
Bihar Elections 2020:
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के लिए अब प्रदेश में माहौल गरमाया हुआ है। इस चरण की 94 सीटों के प्रत्याशियों की साँसें तेज हो गई है। वैसे तो किसी भी सीट के लिए पार्टियां पुरज़ोर प्रयास कर रही हैं पर एक सीट ऐसी है जिसे हाई प्रोफाइल माना जा रहा है। राजधानी पटना का बाँकीपुर विधानसभा सीट में प्रत्याशियों के बीच मुक़ाबला कड़ा है। इस सीट से उम्मीदवारी कर रहे तीन प्रत्याशी ऐसे हैं जो यहां की लड़ाई को दिलचस्प बना रहे हैं।
दरअसल, इस सीट से तीन बार के सीटिंग विधायक रहे नितिन नवीन को चुनौती दी है खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बताने वाली प्लूरल्स पार्टी प्रमुख पुष्पम प्रिया चौधरी और शत्रुध्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा ने।
नितिन भाजपा के प्रत्याशी हैं और इलाक़े में अच्छी पैठ रखते हैं। तीन बार इस सीट से भाजपा का नेतृत्व कर चुके हैं। इस बार इनका मुक़ाबला प्यूरल्स पार्टी से चुनावी आग़ाज़ करने वाली पुष्पम प्रिया से है। उनके द्वारा खुद को पहले ही चुनाव में मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदार घोषित किये जाने से पहली बार बिहार का चुनाव इतना रोचक बना है। वहीं कांग्रेस के टिकट पर अभिनेता लव सिन्हा के आने से चुनावी माहौल और भी दिलचस्प हो गया है।
अगर जातीय समीकरण पर नज़र डालें तो बांकीपुर विधानसभा जातीय में कायस्थ बाहुल्य है। इस क्षेत्र में यादव और मुस्लिम भी बेहद निर्णायक भूमिका में हैं।
मौजूदा विधायक नितिन कायस्थ हैं। उन्हें तीन बार जनता का स्नेह मिला है। लेकिन इस बार लव सिन्हा उनके वोट बैंक में सेंध लगा सकते हैं। वहीं बिहार चुनावों में ‘जाति नहीं जाती’ की कहावत को ग़लत साबित करने और विकास के मुद्दे पर लोगों के दिलों में उतरने के उद्देश्य के साथ पुष्पम प्रिया चौधरी मैदान में हैं। जातीय समीकरण से परे, वो महिला वोटरों का साथ जुटाने में लगी हैं।
इन तीन दावेदारों के अलावा एक चेहरा और भी है जो चुनाव को दिलचस्प बना रहा है। भाजपा की महिला नेता और राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व सदस्य सुषमा साहू ने भाजपा से बगावत कर इसी सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में किस्मत आजमाने की कोशिश की लेकिन दुर्भाग्यवश उनका पर्चा खारिज हो गया। फिलहाल सुषमा, कांग्रेस प्रत्याशी लव सिन्हा के लिए वोट मांग प्रचार प्रसार कर रही हैं। सुषमा कायस्थों के बीच अच्छी पैठ रखती हैं।
कुल 22 प्रत्याशियों को लेकर इस बार इस इलाक़े में गहमा-गहमी इतनी है कि वोटर भी चकरा जाए। प्रत्याशियों की इतनी बड़ी संख्या वोटों के बिखराव की वजह बन सकती है।