Breast Cancer Awareness Month 2020: ब्रेस्ट कैंसर एक घातक बीमारी है जो महिलाओं के लिए ख़तरनाक हो सकता है यदि समय रहते स्तन में आते बदलाव पर नज़र ना रखी जाए।
हर साल अक्टूबर का महीना ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ के रूप में मनाया जाता है। इस गंभीर बीमारी से बचाव व महिलाओं को जागरुक करने के लिए ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ के माध्यम से प्रयास किये जाते हैं।
स्तन में गांठ, स्तन के निप्पल के आकार या स्किन में बदलाव, स्तन का सख्त होना, निप्पल से रक्त या लिक्विड निकलना, ब्रेस्ट को दबाने पर दर्द होना कुछ ऐसे लक्षण है जो ब्रेस्ट कैंसर के ख़तरे की ओर इशारा करते हैं। भारत ही नहीं संपूर्ण विश्व में महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर को लेकर जागरूकता की कमी देखी गई है। तेजी से बढ़ते ब्रेस्ट कैंसर के मामले यह दिखाते हैं कि ग़लत जीवनशैली हमारे शरीर और स्वास्थ्य के लिए घातक हो सकता है। 50 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए यह ज़्यादा ख़तरनाक हो सकता है परंतु अब तो किसी भी उम्र में स्तन कैंसर के मामले देखने को मिल रहे हैं।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज इंफॉर्मेटिक एंड रिसर्च (NCDIR) के अनुसार, 2018 में, भारत में 162468 नए स्तन कैंसर (Breast Cancer) के मामले और 87090 लोगों की मौत हुई।
शुरुआती लक्षणों और संकेतों का जल्दी पता चल सके इसके लिए जागरूकता पैदा करने की ज़रूरत है। ब्रेस्ट कैंसर के कारणों को समझ कर उनसे बचने के प्रयास करने चाहिए।
ब्रेस्ट कैंसर को बढ़ावा देने वाले कारणों में एक बहुत बड़ा कारण है वजन बढ़ना। शरीर बीमारियों का घर बन जाता है अगर व्यायाम न करें, मादक पदार्थों का सेवन करें, गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन, रेडिएशन के प्रभाव में आना या फिर तनाव से जूझना ख़तरनाक हो सकता है।
महिलाओं के लिए गर्भावस्था और स्तनपान बेहद फ़ायदेमंद होता है। ये कैंसर के रिस्क को कम करते हैं। देर से बच्चा होने से या फिर पहला बच्चा देर से होने पर या स्तनपान ना कराना ब्रेस्ट कैंसर के रिस्क को कम करता है।
कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि पीरियड्स का ताल्लुक़ भी कैंसर से है। समय से पहले पीरियड्स का आ जाना भी ब्रेस्ट कैंसर की समस्या खड़ी कर सकता है। साथ ही कई बार महिलाओं में मेनोपॉज यानी रजोनिवृत्ति देर से होने पर भी समस्या होती है। औसत उम्र के बाद मेनोपॉज आने पर है स्तन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। इस तरह की समस्याओं को नज़रअंदाज़ करना ख़तरनाक हो सकता है।
कैंसर से जुड़ी ऐसी बात पर भी ध्यान देना बेहद ज़रूरी है कि आपके परिवार में कैंसर की हिस्ट्री तो नहीं है। माना जाता है कि कैंसर एक अनुवांशिक रोग है। इसका अर्थ है कि अगर परिवार में कैंसर की हिस्ट्री है तो आप सतर्क हो जाएँ और जीवनशैली पर ध्यान दें।