दिल्ली में चल रहे विकास कार्यों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी सक्रियता दिखाते हुए सड़कों की हालत का जायजा लिया। मुख्यमंत्री आतिशी के साथ उन्होंने दिल्ली में युद्ध स्तर पर काम शुरू करने की योजना बनाई। इस निरीक्षण के दौरान वे दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तरी परिसर पहुंचे, जहां उनके साथ पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद थे।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कुछ दिनों पहले उन्होंने एक भाजपा नेता से मुलाकात की और उनसे सवाल किया कि उनकी गिरफ्तारी का क्या उद्देश्य था। उस नेता ने स्पष्ट किया कि इसका मकसद दिल्ली सरकार के कामों को बाधित करना था। केंद्र सरकार ने उन्हें गिरफ्तार करके दिल्ली की प्रगति को धीमा करने की कोशिश की।
केजरीवाल ने जनता को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनकी जेल यात्रा के दौरान दिल्ली के विकास कार्य रुक गए थे और सड़कों की हालत भी खराब हो गई थी। लेकिन अब वे वापस आ गए हैं और जल्द ही सभी अटके हुए काम पूरे कराए जाएंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री आतिशी के साथ निरीक्षण के दौरान दिल्ली विश्वविद्यालय की एक सड़क की खराब स्थिति को सुधारने की प्रतिबद्धता जताई और कहा कि शहर की सभी सड़कों को जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाएगा। “दिल्लीवासी चिंता न करें, अब सभी अधूरे काम तेजी से पूरे होंगे,” उन्होंने भरोसा दिलाया।