स्मिथा सिंह, नई दिल्ली
7 अप्रैल को दुनियाभर में वर्ल्ड हेल्थ डे यानि विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। ऐसा वक्त जब हम एक साल से भी लंबे समय से वैश्विक महामारी कोरोना से लड रहे हैं, तब इस विषय को समझना जरूरी हो जाता है कि विश्व स्वास्थ्य दिवस को किस उद्देश्य से मनाया जाता है। तो आईये इस लेख के माध्यम से वर्ल्ड हेल्थ डे से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां आपको देते हैं।
विश्व स्वास्थ्य दिवस को मनाने की शुरुआत की वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने, साल 1948 में हुई विश्व स्वास्थ्य संगठन की पहली बैठक में विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाए जाने का प्रस्ताव रखा गया और साल 1950 से हर साल स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। शुरुआत में विश्व स्वास्थ्य संगठन से जुड़े देश ही इस दिन को मनाते थे लेकिन वक्त के साथ जैसे जैसे WHO के सदस्य देशों की संख्या बढ़ी, विश्व के अन्य देशों में भी इस दिन को मनाया जाने लगा यानि इस साल हम 71वां वर्ल्ड हेल्थ डे मना रहे हैं। अब सवाल ये कि इस दिन को मनाने का उद्देश्य क्या है, तो आपको बता दें कि विश्वभर में लाखों की संख्या में लोग कई तरह की जानलेवा और लाइलाज बीमारियों से जूझ रहे हैं, मलेरिया, हैजा, टीबी, थैलिसीमिया, पोलियो, कुष्ठ, कैंसर और एड्स आदि कुछ ऐसी घातक बीमारियां हैं, जिनके प्रति विश्वभर की आवाम में जागरुकता जरूरी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन इशी उद्देश्य से 7 अप्रैल को इस दिन का आयोजन वैश्विक स्तर पर करता है ताकि दुनियाभर के लोगों को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से स्वस्थ बनाने के लिए स्वास्थ्य संबंधी इन महत्वपूर्ण और गंभीर विषयों से अवगत कराया जा सके।
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर जनमानस को अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने के लिए प्रेरित किया जाता है और बीमारियों के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए वैश्विक स्तर पर कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है, वैश्विक स्वास्थ्य और इससे जुड़ी समस्याओं पर चर्चा और विचार विमर्श के लिए सेमिनार्स किए जाते हैं, ताकि अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं प्रत्येक मानव की पहुंच में हों। पृथ्वी का हर मानव स्वस्थ जीवन जीए, अच्छे इलाज की सुविधा पा सके और स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर लोग जागरूक हों, ताकि दुनिया भर में फैली गंभीर बीमारियों की रोकथाम संभव हो सके, ऐसे ही उद्देश्यों के साथ हर साल इस दिन को दुनियाभर में सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन को मनाने के लिए हर वर्ष कए विषय रखा जाता है। इस साल यानि 2021 में World Health Day की थीम है “Building a fairer, healthier world for everyone” यानि “एक निष्पक्ष, स्वस्थ दुनिया का निर्माण”।
दोस्तों, ऐसा दौर जब पूरी दुनिया कोरोना जैसी महामारी की चपेट में है। बढ़ते संक्रमण से दुनिया के कई देशों में स्थिति चिंताजनक है, दुनिया के दूसरे देशों की तरह ही आज भारत भी कोरोना संक्रमण की लहर से बुरी तरह प्रभावित है। इस स्थिति में आज के दिन का महत्व काफी बढ़ जाता है, लोगों के लिए जरूरी है कि वे इस बीमारी के प्रति लापरवाह रवैया अपनाने की बजाए जागरुक बनें। इस सोच और भाव को बदलें कि किसी भी महामारी से निपटने के लिए सिर्फ प्रशासनिक कार्यवाई या स्वास्थ्य सुविधाएं ही पर्याप्त नहीं होतीं, ऐसी महामारियों से निपटने के लिए हम सभी का कर्तव्य बनता है कि एक सभ्य व जागरुक नागरिक होने के नाते हम ऐसे विषयों की गंभीरता को समझें, यदि हमें बीमारी का ज्ञान है, जागरुकता है तो अपने स्तर पर लोगों को भी जगरुक करें। सरकार के निर्देशों का पालन करें, स्वास्थ्य की दृष्ट से स्वास्थ्य मंत्रालय और स्वास्थ्य विभागों के बताए नियमों का पालन करें, इन नियमों का पालन किसी दबाव या दंड के डर से करने की बजाए निष्टा से करें तो हम कोरोना महापारी पर काबू पाने में सक्षम हो सकते हैं। विश्व स्वास्थ्य दिवस के महत्व को समझें, और एक जागरुक नागरिक होने का परिचय दें। संक्रमण को फैलने से रोकने में अपने स्तर पर अपनी भागीदारी दें। टीकाकरण के लिए तय नियमों के दायरे में हैं तो टीकाकरण जरूर कराएं, टीकाकरण के बाद भी कोविड गाइडलाइन्स का पालन जरूर करें। घर के अन्य सदस्यों को भी कोविड प्रोटोकॉल्स के इमानदारी से पालन की बात समझाएं। ये हम सभी के स्वस्थ्य जीवन के लिए अनिवार्य मंत्र है, जो यदि हमने आज नहीं नहीं अपनाया तो बहुत देर हो जाएगी।
संक्रमण की बढ़ती रफ्तार, इससे पहले कि स्वास्थ्य सुविधाओं को कमजोर करें, संभल जाएं, विश्व को स्वस्थ बनाने में अपनी भागीदारी निभाएं। खुद भी बचें और को भी बचाएं। इस बार विश्व स्वास्थ्य दिवस कुछ यूं मनाएं, जब तक खत्म न हो करोना, तब तक मास्क जरूर लगाएं, भीड़ में न जाएं, स्वच्छता के मंत्र को ईमानदारी से अपनाएं और एक निष्पक्ष, स्वस्थ दुनिया के निर्माण में अपनी भागीदारी दर्ज कराएं।