देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर जताई जा रही आशंकाओं के बीच कोरोना के तीसरी लहर को लेकर भी चिंता बढ़ने लगी है। एक ओर जहां महाराष्ट्र में दो और लोगों के ओमिक्रॉन संक्रमित होने की पुष्टि के बाद देश में ओमिक्रॉन से संक्रमित मामले बढ़कर 24 हो गए हैं, वहीं चिंता बढ़ाने वाली बड़ी खबर यह भी है कि पिछले कुछ दिनों के दौरान विदेश से महाराष्ट्र पहुंचे करीब 100 यात्री गायब हो गए हैं। खबर है कि इन यात्रियों के बारे में कुछ भी पता नहीं चल पा रहा है। विदेश से ठाणे जिले में आए 295 विदेशी यात्रियों में से 109 यात्रियों का कुछ भी पता नहीं चल पा रहा है। सरकार के कर्मचारी दिए गए नंबरों पर लगातार कोशिश कर रहे हैं लेकिन कुछ यात्रियों का मोबाइल फोन स्विच ऑफ है। यहां तक कि कई यात्रियों द्वारा दिए गए पते पर भी ताला लटका हुआ है।
ऐट रिस्क वाले देशों से आने वाले यात्रियों को नियमानुसार 7 दिन के होम क्वारन्टीन में रहना जरुरी है। 8वें दिन उनका कोविड-19 टेस्ट किया जाता है। अगर यह रिपोर्ट निगेटिव आता है तो भी इन्हें 7 दिनों के होम क्वारन्टाइन में रहना होता है।
सोमवार को दो मरीजों के ओमिक्रॉन से संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद महाराष्ट्र में इस वैरिएंट से संक्रमित 10 मरीज हो गए हैं और देश में कुल 24। बता दें कि दक्षिण अफ्रीका से निकला ये वैरिएंट अब थाइलैंड, लातविया और नेपाल में भी पहुंच गया है। ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के देखते हुए पाकिस्तान ने भी 15 देशों पर ट्रैवल बैन किया है जिनमें क्रोएशिया, हंगरी, नीदरलैंड, यूक्रेन, आयरलैंड, स्लोवेनिया, वियतनाम, पोलैंड, दक्षिण अफ्रीका, मोजाम्बिक, लेसोथो, इस्वातिनी, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे और नामीबिया शामिल हैं। बता दें कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के डेल्टा और बीटा की तुलना में और भी ज्यादा संक्रामक होने की आशंका जताई गई है साथ ही ओमिक्रॉन से रीइंफेक्शन होने का खतरा भी ज्यादा है।