बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections 2020) को लेकर एनडीए में जेडीयू(JDU) और बीजेपी(BJP) में सीट बंटवारों को लेकर लगभग सहमति तो बन गई है लेकिन एक पेंच अब भी फंसा हुआ है। मुद्दा च्वाइस की सीट को लेकर है। एक ओर बीजेपी और जेडीयू प्रत्याशियों की सूची को अंतिम रूप दे रही है लेकिन चिराग पासवान सीटों को लेकर अभी विचार कर रहे हैं। आखिर लोक जनशक्ति पार्टी (Lok Janshakti Party) की क्या रणनीति होगी इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। कल चिराग पासवान केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मिले। इस मीटिंग के बाद गुत्थी तो सुलझती दिख रही है लेकिन अभी भी सवाल यही है कि क्या चिराग पासवान (Chirag Paswan) की पार्टी एनडीए(NDA) के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगे? हालांकि इस मसले पर अभी तक कोई आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है। लेकिन एनडीए(NDA) में शामिल एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान की मांग पर फैसले को लेकर कोई ऐलान नहीं किया गया है। दरअसल चिराग पासवान एनडीए(NDA) में 40 सीटें मांग रहे हैं। वो बिहार में अपनी पार्टी के लिए सम्मानजनक सीट की मांग कर रहे हैं। ऐसे में एलजेपी(LJP) नेतृत्व आगामी बैठक में क्या फैसला लेगा इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। सूत्रों के अनुसार चिराग ने अमित शाह से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार(Nitish Kumar) के खिलाफ अपनी शिकायत पत्र से भी अवगत कराया है।
इस मामले पर स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं है। शनिवार, 3 अक्टूबर, को एलजेपी(LJP) ने केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है। सूत्रों के हिसाब से इस बैठक में आने वाले चुनाव को लेकर पार्टी कोई बड़ा फैसला ले सकती है।
यह बैठक शाम 5 बजे बुलाई गयी है। इस बैठक को एलजेपी(LJP) के चुनावी समीकरण से बेहद महत्त्वपूर्ण माना जा रहा है। बैठक में प्रदेश प्रधान महासचिव शाहनवाज कैफी और प्रदेश संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष राजू तिवारी विशेष आमंत्रित सदस्यों के रूप में शामिल होंगे। ऐसा माना जा रहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव में 243 में से 228 सीटों पर बीजेपी और जेडीयू में सहमति बन गई है, 15 सीटों पर अभी कुछ समस्या बनी हुई है।
चिराग पासवान की पार्टी की ओर से जदयू(JDU) के विरोध में जो रुख रहा है उसपर पिछले दिनों काफी तनातनी देखने को मिली है। सीटों की संख्या के बाद अब मुद्दा सीट बंटवारे को लेकर अटका हुआ है। गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी।