देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण मामलो को देखते हुए पीएम मोदी अगले हफ्ते सबसे प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद करेंगे। कोविड-19 के संकट से उबरने के लिए किस तरह के प्रयास किये जायें इस मुद्दे पर 23 सितंबर को प्रधानमंत्री लगभग एक दर्जन राज्यों के सीएम के साथ मीटिंग करेंगे।महामारी से सबसे अधिक प्रभावित दिल्ली, यूपी, आंध्र प्रदेश, पंजाब, महाराष्ट्र समेत कई और राज्यों के मुख्यमंत्री इस मीटिंग में भाग लेंगे। संसद सदस्यों के बीच कोविड-19 के संक्रमण के मद्देनजर सरकार संसद सत्र को भी तय समय से पहले ही समाप्त कर सकती है।
पिछले कुछ दिनों से देश में रोजाना कोविड के बढ़ते मामलों ने भारत को पहले ही दुनिया के दूसरे सबसे अधिक कोरोना प्रभावित देशों के रैंक पर पहुंचा दिया है। पिछले एक हफ्ते पर अगर गौर करें तो पूरे विश्व में एक तिहाई मामले सिर्फ भारत से आए हैं। जिस रफ्तार से देश में नए मामले बढ़ रहे हैं उससे यही अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि अक्टूबर के अंत तक भारत में सबसे अधिक मामले हो सकते हैं।
हालांकि कोविड-19 से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी बहुत अधिक है लेकिन पिछले सात दिनों के अंदर मरने वालों की संख्या भी काफी बढ़ी है। अनुमान के मुताबिक सिंतबर के महीने के अंत तक मरने वालों की संख्या भी 1 लाख का आंकड़ा पार कर सकती है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े अनुसार, देश में कोरोना के मामले बढ़कर 53,08,015 लाख पहुंच गए हैं। 42,08,432 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं जबकि 10,13,964 ऐक्टिव केस हैं। इस जानलेवा बीमारी ने 85,619 लोगों की जान अब तक ले ली है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले 10 अगस्त को आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, पंजाब, बिहार, गुजरात, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश सहित दस राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुलाकात की थी। जिसमें कोरोनावयरस के प्रकोप से निपटने की उपाय की पर चिंतन किया गया था।