बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhan Sabha Chunav) को लेकर बिगुल बज चुका है, लेकिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए, NDA) में एक पेंच है जो फंसा हुआ है। एनडीए में सीट शेयरिंग का फॉर्म्यूला अभी तक सामने नहीं आया है। लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान की मांग को लेकर मतभेद है। एलजेपी(LJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने सोमवार देर शाम बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है। अनुमान है कि मुलाकात के उपरांत मामला कुछ तो सुलझा होगा।
खबरें तो यही कह रही हैं कि भाजपा (BJP) ने चिराग पासवान (Chirag Paswan) के सामने 27 सीटों का ऑफर रखा है जिससे चिराग खुश नहीं हैं।
चिराग की दलील है कि 2015 बिहार विधानसभा चुनाव में एलजेपी (LJP) 42 सीटों पर चुनावी मैदान में उतरी थी। एलजेपी (LJP) चाहती है कि उन्हें 2015 की तरह ही 42 सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका मिले। उन्होंने तर्क दिया है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने 7 सीटों पर चुनाव लड़ा था तो उन्हें एक लोकसभा सीट के अनुपात से 6 विधानसभा सीट मिली थी। 2019 लोकसभा चुनाव(Lok Sabha Election) में उनकी पार्टी ने 6 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था और उन्हें एक राज्यसभा सीट मिली थी। इस फॉर्मूले से एलजेपी इस चुनाव में 42 सीटों की हकदार है।
इसके अनुसार एलजेपी को 33 बिहार विधानसभा सीटों के साथ बिहार में राज्यपाल द्वारा मनोनीत होने वाले 12 एमएलसी में से दो एमएलसी मिलने चाहिए और अक्टूबर के अंत में यूपी में होने वाले राज्यसभा चुनाव में एक राज्य सभा सीटें उनकी पार्टी को दे दी जाएं।
चिराग पासवान ने जेपी नड्डा को भी अपना फॉर्मूला सूझा चुके हैं। इसके मुताबिक, अगर उन्हें राज्यसभा की सीट नहीं मिले तो बिहार चुनाव से पहले ही सीटों की घोषणा के साथ ये भी घोषणा की जाए कि बिहार में एनडीए सरकार बनने पर बीजेपी के साथ-साथ एलजेपी से चिराग पासवान भी उपमुख्यमंत्री बनाए जाएंगे।
हालांकि सूत्र बताते हैं कि बिहार चुनाव के लिए NDA ने अपना फॉर्मूला तैयार कर लिया है जिसमें जेडीयू (JDU) 103 और बीजेपी(BJP ) 101 सीट पर चुनाव लड़ेगी। 2010 के चुनाव में जेडीयू 141 और बीजेपी ने 102 सीटों पर चुनाव लड़ा था। जिसमें जेडीयू (JDU) ने 115 और बीजेपी (BJP) ने 91 सीटों पर जीत हासिल की थी।
माना जा रहा है कि 3 अक्टूबर से पहले एनडीए की ओर से सीट बंटवारे का ऐलान हो जाएगा।
ऐसे में चिराग कितने सीटों पर तैयार होंगे अभी तय होना बाकि है। चिराग पासवान लगातार ही नीतीश की सरकार पर प्नहार करते रहे हैं जिसके कारण नीतीश के साथ उनके मतभेद बेहद गहरे हो गये हैं। पिछले दिनों नीतीश कुमार और जेडीयू पर सवाल उठाते हुए पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्रीअमित शाह को उन्होंने चिट्ठी भी लिखा। चिराग ने चिट्ठी में एनडीए गठबंधन में अब तक कोई भी बातचीत शुरू ना होने पर सवाल उठाया था। वो बार-बार यह कह रहे हैं कि बिहार में नीतीश कुमार के खिलाफ एंटीइंकमबेंसी है और नीतीश कुमार के नेतृत्व में अगर चुनाव लड़ा गया तो एनडीए चुनाव हार भी सकता है। वो यह भी कहते रहे हैं कि पूरे देश में बीजेपी संगठन मजबूत हो रहा है, लेकिन बिहार में ऐसा नहीं हो रहा है।
लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) ने 42 सीटों की डिमांड की है और अगर उनकी डिमांड पूरी नहीं होती है तो क्या वह अलग और अकेले ही मैदान में उतर सकते हैं।