विलमिंगटन (डेलावेयर): भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (स्थानीय समयानुसार) को ‘कैंसर मूनशॉट’ कार्यक्रम में भारत की ‘वन अर्थ, वन हेल्थ’ दृष्टि को रेखांकित करते हुए सर्वाइकल कैंसर से लड़ने के लिए USD 7.5 मिलियन की सहायता देने की घोषणा की। यह सहायता सैंपलिंग किट, डिटेक्शन किट और वैक्सीन के रूप में उन देशों को दी जाएगी जो इस बीमारी से प्रभावित हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने डेलावेयर में हुए इस कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारत सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ लड़ाई में अपने ज्ञान और विशेषज्ञता को दुनिया के साथ साझा करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि कैंसर के बोझ को कम करने के लिए रोकथाम, स्क्रीनिंग, निदान और उपचार के समन्वित दृष्टिकोण की आवश्यकता है।
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, ‘कैंसर मूनशॉट’ एक व्हाइट हाउस पहल है, जिसका उद्देश्य कैंसर के खिलाफ लड़ाई में नए नेतृत्व को बढ़ावा देना, नए सहयोगों को स्थापित करना और कैंसर के उपचार के हर चरण में प्रगति करना है। इसमें सरकारी एजेंसियों, निजी कंपनियों, स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं, रोगी समूहों, परोपकारियों और सभी अमेरिकियों की भागीदारी होती है।
पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम में कहा, “मैं राष्ट्रपति बाइडेन का इस आयोजन के लिए धन्यवाद करता हूँ। यह हमारे साझा संकल्प को दर्शाता है कि हम सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। कोविड महामारी के दौरान हमने इंडो-पैसिफिक के लिए क्वाड वैक्सीन पहल की थी और मुझे खुशी है कि क्वाड के तहत हमने सर्वाइकल कैंसर जैसी चुनौतियों से मिलकर निपटने का फैसला किया है। कैंसर देखभाल में सहयोग से ही इलाज संभव है।”
उन्होंने आगे कहा, “भारत में बहुत ही किफायती सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग प्रोग्राम चलाया जा रहा है। इसके साथ ही, भारत ने अपना खुद का सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन विकसित किया है और नई उपचार पद्धतियाँ भी एआई की मदद से लागू की जा रही हैं।”
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि भारत में दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना चलाई जा रही है और सभी को किफायती दामों पर दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए विशेष केंद्र स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा, “भारत अपनी विशेषज्ञता साझा करने के लिए तैयार है। आज भारत से कई विशेषज्ञ इस कार्यक्रम में हमारे साथ जुड़े हैं। भारत का दृष्टिकोण है ‘वन अर्थ, वन हेल्थ।’ मैं USD 7.5 मिलियन की सहायता की घोषणा करता हूँ, जिसमें सैंपलिंग किट, डिटेक्शन किट और वैक्सीन शामिल हैं।”
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि भारत रेडियोथेरेपी उपचार और क्षमता निर्माण पर सहयोग करेगा, और GAVI व QUAD पहल के तहत इंडो-पैसिफिक देशों को 40 मिलियन वैक्सीन डोज भी उपलब्ध कराएगा।
(एएनआई के इनपुट्स के साथ)